Home > राज्य > मध्यप्रदेश > ग्वालियर > सोनचिरैया अभयारण्य में फिर होता मिला अवैध खनन

सोनचिरैया अभयारण्य में फिर होता मिला अवैध खनन

वन अमले पर पथराव का प्रयास, छह घनमीटर फर्शी पत्थर जब्त

सोनचिरैया अभयारण्य में फिर होता मिला अवैध खनन
X

ग्वालियर, न.सं.। सोनचिरैया अभयारण्य घाटीगांव में अवैध खनन का कारोबार जारी है। चार दिन पहले खाड़ी नाला वन क्षेत्र में अवैध खनन पाया गया था और सोमवार को तिलावली वन क्षेत्र में भी अवैध किया जा रहा था। इस दौरान कार्रवाई करने पहुंचे वन अमले पर खनन माफिया ने पथराव करने का प्रयास किया, लेकिन वन कर्मियों के साथ पुलिस बल होने की वजह से खनन माफिया को दुमदबाकर भागना पड़ा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जंगलों में सक्रिय खनन माफिया को रोकने के लिए वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सीसीएफ उडऩदस्ते को मैदान में उतारा गया है, जिसके द्वारा पिछले पांच दिनों से लगातार अवैध खनन के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में सोमवार को घाटीगांव थाना पुलिस और अभयारण्य के वन कर्मियों को साथ लेकर उडऩदस्ते ने दोपहर 12 से शाम चार बजे तक घाटीगांव गेमरेंज क्षेत्र में भ्रमण किया। इस दौरान तिलावली बीट के कक्ष क्रमांक 437 में स्थित एक पहाड़ पर कुछ लोग अवैध खनन कर रहे थे। बताया गया है कि जैसे ही वन कर्मचारी मौके पर पहुंचे तो पहाड़ी के ऊपर से खनन माफिया और उसके साथियों ने वन अमले पर पथराव करने का प्रयास किया, लेकिन वन कर्मचारियों के साथ पुलिस बल को देखकर खननकर्ता तिलावली गांव की ओर भाग गए। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि खनन माफिया संभवत: तिलावली गांव के रहने वाले थे। बताया गया है कि मौके से करीब छह घनमीटर फर्शी पत्थर, पांच तसला, एक फावड़ा सहित अन्य औजार जब्त किए गए। जब्त फर्शी पत्थर को मौके पर ही तोड़-फोड़कर नष्ट करने की कार्रवाई की गई। इस मामले में अज्ञात लोगों के विरुद्ध वन अपराध दर्ज किया गया है। इससे पहले छह अगस्त को घाटीगांव गेमरेंज के अंतर्गत खाड़ी नाला वन क्षेत्र से करीब पांच घनमीटर फर्शी पत्थर जब्त किया गया था।

चार दिन में जब्त किया गया 17 घनमीटर फर्शी पत्थर

वन विभाग का उडऩदस्ता जब-जब जंगलों में कार्रवाई के लिए निकलता है, तब-तब अवैध खनन के मामले सामने आते हैं। बाकी के दिनों में खनन माफिया को एक तरह से अभय मिल जाता है क्योंकि मैदानी अमले की ओर से ऐसी कोई कार्रवाई बहुत कम ही प्रकाश में आती है। इससे यह कहना गलत नहीं होगा कि मैदानी अमला या तो जंगलों में भ्रमण के लिए जाता नहीं है या फिर खनन माफिया से मिला हुआ है। यहां बता दें कि उडऩदस्ता द्वारा की गई कार्रवाई के फलस्वरूप गुरुवार को सोनचिरैया अभयारण्य की घाटीगांव गेमरेंज के खाड़ी नाला क्षेत्र से पांच घनमीटर, शुक्रवार को घाटीगांव उत्तर वन परिक्षेत्र की जखौदा बीट के खुड़ावली पहाड़ से चार घनमीटर, शनिवार को जखौदा बीट के कुआंखोरा से दो घनमीटर और सोमवार को घाटीगांव गेमरेंज की तिलावली बीट के तिलावली पहाड़ से छह घनमीटर कुल 17 घनमीटर फर्शी पत्थर जब्त किया जा चुका है।

Updated : 11 Aug 2020 9:23 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


Next Story
Top