पजल पार्किंग में अगर वाहन खड़े होने लगे, तो जाम से मिल सकती है मुक्ति

पजल पार्किंग में अगर वाहन खड़े होने लगे, तो जाम से मिल सकती है मुक्ति
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कुछ माह पहले यातायात, निगम व प्रशासन ने मिलकर किया था निरीक्षण

ग्वालियर,न.सं.। शहर में बनी पजल पार्किंग में अगर वाहन खड़े होने लगे, तो लोगों को जाम से मुक्ति मिल सकती है। लेकिन पार्किंग के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च हो चुके है। बावजूद इसके आधी-आधी सडक़ों पर वाहनों का कब्जा रहता है। फिर चाहे वह नगर निगम द्वारा बनाई पजल पार्किंग हो या अन्य पार्किंग। सब खाली पड़ी रहती हैं और कार सडक़ों पर खड़ी हो रही हैं। जिसके चलते रोज जाम की स्थिति बन रही है। इतना ही नहीं इसको लेकर जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम अधिकारी एक गाड़ी में बैठकर निरीक्षण भी कर चुके है, लेकिन शहरवासियों को जाम से मुक्ति नहीं मिल पा रही है।

उधर दिखावे के लिए पुलिस प्रशासन सडक़ पर खड़े वाहनों के खिलाफ रोज कार्रवाई कर रहा है, फिर भी कारों को पार्किंग तक पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा है। शहर में पार्किंग की समस्या हल होने का नाम ही नहीं ले रही है। नगर निगम अब तक 2 पजल पार्किंग बना चुका है, लेकिन दोनों ही खाली रहती हैं। इसके अलावा बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों और काम्प्लेक्स में पार्किंग के लिए बने तलघर खाली हैं। कुछ में कब्जा हो गया है और उनमें आने वाले लोग सडक़ पर ही वाहन पार्क कर रहे हैं। शहर की यातायात पुलिस ने इन वाहनों को उठाने के लिए छोटी-बड़ी क्रेन तो खरीद ली है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ रस्म अदायगी हो रही है। इसी वजह से सडक़ पर खड़ी होने वाली कार और उनके कारण लगने वाले जाम से शहर को निजात नहीं मिल रही है।

दो वर्ष पहले सांसद ने भेजे थे फोटो

बीते दो वर्ष पहले सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने निगमायुक्त, जिलाधीश के साथ अन्य अधिकारियों को पुराना हाईकोर्ट पजल कार पार्किंग के साथ-साथ सडक़ों पर खड़ी कारों के फोटो भेजे थे। उस समय तत्कालीन निगमायुक्त खुद मौके पर पहुंचे थे और सडक़ पर खड़े वाहनों के चालान बनवाए थे। लेकिन इन दिनों जयेन्द्र गंज पर सबसे ज्यादा जाम लग रहा हैै ।

एक समय में 26 कारों को खड़े करने की सुविधा

निगम ने पजल पार्किंग ओल्ड हाईकोर्ट पर गिर्राज मंदिर के पीछे बनवाई है। इस पार्किंग में चारों मंजिल पर एक समय में 26 कारें खड़ी की जा सती हे। यहां दो पहिया वाहन के लिए जगह नहीं है। राजीव प्लाजा और गिर्राज मंदिर की दोनों ही पार्किंग बॉम्बे की आरआर पार्कोंन नामक एजेन्सी ने बनाई हैं। दोनों जगह जनरेटर लगाए हैं, जिससे बिजली गुल होने पर कारों को ऊपर-नीचे लाने में समस्या न हो। लेकिन यहां पर चार पहिया वाहन खड़े नहीं होते। सभी वाहन सडक़ किनारे खड़े होने से जाम की स्थिति बन रही है।

दोपहर व शाम को सबसे लंबा जाम

रविवार को दोपहर में इंदरगंज से लेकर ऊंटपुल तक घंटों जाम लगा रहा। इसका मुख्य कारण यह था कि चार वहिया वाहन सडक़ किनारे खड़े थे। जबकि यहां पर बनी पजल कार वार्किंग में किसी ने भी कारों को पार्किंग में नहीं लगाया।

तलघरों में बनवाए पार्किंग तो कम हो समस्या

जानकार बताते हैं कि कायदे से नगर निगम तलघरों का उपयोग पार्किंग के लिए कराए, ताकि आम लोग चालानी कार्रवाई से बच सके। यातायात पुलिस द्वारा रोजाना की जाने वाली कार्रवाई से भले ही शासन को राजस्व बढ़ाने में फायदा मिल रहा हो, लेकिन कार्रवाई के बाद आम आदमी पुलिस को कोसता ही नजर आता है।

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