जीवन की आखरी सांस तक जनसेवा करता रहूंगा:विधायक

ग्वालियर,न.सं.। हमारा लक्ष्य क्षेत्र के विकास व प्रगति को शिखर तक पहुंचाना है। क्षेत्र की जनता को मूलभूत सुविधाएंं जैसे सडक़, सीवर, स्ट्रीट लाईट, स्वच्छ पेयजल मिले यही प्रयास रहा है और इस प्रयास में सफल भी रहा हूॅ। यह बात ग्वालियर पूर्व विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक डॉ. सतीश सिकरवार ने जनसंपर्क के दौरान आमजनों के बीच कही। बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक डॉ. सतीश सिकरवार ने हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ 16 ग्वालियर पूर्व विधानसभा के थाठीपुर चौराहा पेट्रोल पम्प से जनसंपर्क प्रारम्भ होकर आस-पास के विभिन्न क्षेत्रों में घर-घर पहुंच कर जनता से सीधा संवाद किया। इसके साथ ही महापौर डॉ. शोभा सतीष सिकरवार, पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार, सत्यप्रकाश सिंह सिकरवार, मानवेन्द्र सिंह सिकरवार च्गांधीज्, आदित्य सतीश सिकरवार ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ग्वालियर पूर्व के अन्य क्षेत्रों में घर-घर जाकर जनसंपर्क किया।
जनसंपर्क के दौरान विधायक डॉ. सतीश सिकरवार ने आमजनों से चर्चा करते हुए कहा कि मेरी जनता का जहां पसीना बहेगा मैं वहां अपना खून बहाने से पीछे नहीं हटूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है, चौतरफा कांग्रेस की लहर है। आम आदमी कांग्रेस के साथ खड़ा है।
फोटो सिटी में सिस्टर के नाम से
बहनों की भीड़ के सामने कम पड़ी ट्रेने
ट्रेनों में पैर रखने भर जगह के लिए बहनों की जद्दोजहद
आगरा व झांसी जाने के लिए किसी भी ट्रेन में नहीं मिली जगह
ग्वालियर,न.सं.। भैयादूज के अवसर पर बुधवार को रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ रही। सबसे अधिक भीड़ आगरा-झांसी,भोपाल-नई दिल्ली और भिंड रेलमार्ग परचलने वाली ट्रेनों में रहीं। बुकिंग और पूछताछ काउंटर पर सुबह से ही यात्रियों की लंबी लाइनें लगी थीं
ग्वालियर स्टेशन से लगभग 30 हजार से अधिक यात्रियों ने यात्रा की। इन यात्रियों में 80 फीसदी से अधिक पैसेंजर ट्रेनों के यात्री थे। आगरा झांसी एक्सप्रेस, झांसी आगरा एक्सप्रेस, भिंड एक्सप्रेस, ट्रेनों में भी यात्रियों की भीड़ रही। सुबह सात बजे से ही रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ बढऩी शुरू हो गई थी, जो कि 10 बजे तक काफी बढ़ गई। यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ और जीआरपी के जवानों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। आगरा और झांसी रेलमार्ग पर चलने वाली मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में भी यात्रियों की भीड़ देखने को मिला। यात्रियों की भीड़ को देखते हुए स्टेशन पर सभी बुकिंग काउंटर को सुबह से ही खोल दिया गया था। इसके अलावा अनाउंसमेंट के माध्यम से यात्रियों को ट्रेनों की जानकारी दी जा रही थी।
स्टेशन के सभी प्लेटफार्म रहे फुल
बुधवार को स्टेशन अन्य दिनों की तुलना में अलग ही नजारा था। सभी प्लेटफार्म तक फुल थे। ट्रेन आने के साथ ही चढऩे की होड़ लग जा रही थी। हालत ये थी कि कोच में घुसने के लिए ट्रेन से उतरने वालों को ही अंदर धक्का दिया जा रहा था। सुबह तक तो स्थिति सामान्य थी, लेकिन दोपहर बाद से भीड़ बढऩा शुरू हो गई। जो भी ट्रेन आई उसमें पहले से ही भीड़ थी। इसके बावजूद कोच में चढऩे के लिए धक्कामुक्की और मारामारी होती रही।
महिला कोच पर कब्जे वाले कम नहीं
महिला कोच में कब्जा करने वाले भी कम नहीं थे। जब कहीं जगह नहीं मिली तो महिला कोच पर भी कब्जा जमाने लगे। लेकिन रेलवे की ओर से त्योहार के लिए कोई विशेष इंतजाम नहीं किया गया। यहां तक कि महिला कोच को खाली कराने के लिए जीआरपी के जवानों ने भी कोई रूचि नहीं दिखाई।
तत्काल में नहीं मिल रहे टिकट
बुधवार को तत्काल टिकट कराने आए लोगों को भी मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। सुबह से लाइन में लगे कुछ ही यात्रियों को कंन्फर्म सीट मिल पाई। वहीं कुछ यात्रियों को जब नम्बर आया तो ट्रेनों में सीटें फुल हो चुकी थी। तत्काल के लिए आवेदन करने वालों में अधिकांश बिहार जाने वाले यात्री थे। छठ पर घर जाने के लिए जिन्हें पहले टिकट नहीं मिला, वे तत्काल के भरोसे थे।
