जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प

जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प
X
डेंगू के गम्भीर मरीजों को नहीं मिल रहा उपचार, किया जा रहा रैफर

ग्वालियर, न.सं.। मुरार जिला अस्पताल का भले ही विस्तार कर दिया गया है। लेकिन व्यवस्थाएं जस की तस बनी हुई है। अस्पताल में पहुंचने वाले गम्भीर मरीजों को सीधा जयारोग्य के लिए रैफर किया जा रहा है। इसके अलावा डेंगू के मरीजों को भी सामान्य मरीजों के बीच भर्ती किया हुआ है। जिस कारण अन्य मरीजों को भी डेंगू होने का खतरा बना हुआ है।

दरअसल इन दिनों जिले में डेंगू का प्रकोप बना हुआ है। प्रतिदिन डेंगू के 20 से अधिक मरीज सामने आ रहे हैं। जिसमें से कर्ई मरीजों को प्लेटलेट घटने की वजह से भर्ती भी किया जा रहा है। लेकिन जिला अस्पताल में डेंगू के गम्भीर मरीजों को सीधा जयारोग्य के लिए रैफर किया जा रहा है। इतना ही नहीं अस्पताल में जो डेंगू के मरीज भर्ती भी हैं, उन्हें सामान्य मरीजों के बीच ही रखा जा रहा है। जबकि शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि डेंगू के मरीजों को अलग से वार्ड में रखा जाए। उधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल के बिस्तार के बाद स्टाफ की कमी बनी हुई है। इसलिए जब तक अस्पताल को स्टाफ नहीं मिलता तब तक आईसीयू चालू नहीं किया जा सकता। इसलिए गम्भीर मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है।

नाक से खून आने पर किया रैफर

जिला अस्पताल में पिछले दिनों डेंगू से पीडि़त मरीज अभिषेक को भर्ती किया गया था। लेकिन गत दिवस बुधवार को मरीज को अचानक नाक से खून आने लगा तो चिकित्सकों ने उसे सीधा जयारोग्य के लिए रैफर कर दिया। इसी तरह अगर अस्पताल में ऐसे डेंगू पीडि़त उपचार के लिए पहुंचते हैं, जिनकी प्लेटलेट्स बहुत कम होती हैं, उन्हें भी चिकित्सकों द्वारा सीधा जयारोग्य के लिए ही रैफर किया जा रहा है।

शाम को नहीं लेते राउण्ड, नर्स के भरोसे रहते हैं मरीज

अस्पताल में मेडिसिन विशेषज्ञों की बात करें तो इनकी संख्या पांच है। लेकिन कोई भी चिकित्सक शाम के समय राउण्ड पर नहीं पहुंचता और मरीज नर्सिंग स्टाफ के भरोसे ही रहते हैं। इतना ही नहीं शाम की ओपीडी में भी अधिकांश चिकित्सक गायब रहते हैं। उसके बाद भी जिम्मेदारों को चिकित्सकों की लापरवाही नजर नहीं आती।

Tags

Next Story