जिले भर में 35 कर्मचारियों के भरे एंटी लार्वा सर्वे, डेंगू से लड़ने स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं स्टाफ

ग्वालियर, न.सं.। जिले में डेंगू का प्रकोप जहां दोगुना रफ्तार से बढ़ रहा है। वहीं डेंगू से लडऩे के लिए स्वास्थ्य विभाग का मलेरिया विभाग पूरी तरह तैयार नहीं है। जिसका उदाहरण मलेरिया विभाग के कर्मचारी ही हैं। दरअसल शहर में जगह-जगह जलभराव होने के कारण लोग डेंगू व मलेरिया की चपेट में आने लगे हैं और प्रतिदिन डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया विभाग के पास डेंगू से निपटने के लिए पर्याप्त स्टाफ तक नहीं है। शहर में एंटी लार्वा सर्वे के लिए मलेरिया विभाग के पास महज 35 कर्मचारी ही हैं। इसमें 12 कर्मचारियों को आउट सोर्स पर रखा गया है। जबकि शहर में कुल 66 वार्ड है, ऐसे में डेंगू से निपटने के लिए मलेरिया विभाग कितना तैयार है। इसका अंदाजा मलेरिया विभाग के स्टाफ से ही लगाया जा सकता है। इसके अलावा शहर में फॉगिंग व जलभराव की बात करें तो यह भी सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। नगर निगम का अमला शहर में न ही जलभराव से निजात दिलाने के लिए कोई पहल हुई और न ही मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए दवा का छिडक़ाव। स्थिति यह है कि एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय के अधिकारी निर्देश जारी कर सिर्फ खानापूर्ति करने में लगे हुए हैं।
कम से कम 200 कर्मचारियों की जरूरत
शहर की जनसंख्या के हिसाब से एंटी लार्वा सर्वे के लिए कम से कम 200 कर्मचारियों की मलेरिया विभाग को जरूरत है। क्योंकि शहर में कुल 66 वार्ड है, इसलिए एक वार्ड में सर्वे के लिए कम से कम तीन कर्मचारियों की आवश्यता पड़ती है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में तो एंटी लार्वा सर्वे पूरी तरह ठप्प पड़ा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्र में अगर कोई संक्रमित सामने आता भी है तो उसके घर भी मलेरिया विभाग की टीम नहीं पहुंच पाती।
स्टाफ उपलब्ध कराने कई बार कर चुके हैं मांग
शहर में मच्छर जनित बीरियों से निपटने के लिए एंटी लार्वा सर्वे के लिए मलेरिया विभाग द्वारा कई बार आउट सोर्स पर कर्मचारी रखने की मांग की जा चुकी है। लेकिन मलेरिया विभाग को पिछले दिनों महज 12 कर्मचारी ही आउट सोर्स पर उपलब्ध कराए गए। जबकि पूर्व में एंटी लार्वा सर्वे के लिए आउट सोर्स पर कर्मचारी रखे जाते थे।
पाच वर्षीय बच्ची सहित 9 को निकला डेंगू
गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय की माइक्रोबायोलॉजी एवं जिला अस्पताल की लैब में शुक्रवार को डेंगू के 83 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई। जांच रिपोर्ट में 9 मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। इसमें चार ग्वालियर व पाच मरीज अन्य जिलों के शामिल हैं। रिपोर्ट में जिन मरीजों को डेंगू की पुष्टि हुई है, उसमें मोती झील निवासी 17 वर्षीय युवती, सिरोल निवासी पाच वर्षीय बच्ची, मुरार निवासी 40 वर्षीय पुरूष एवं भितरवार निवासी 18 वर्षीय युवक शामिल हैं। इसके अलावा मुरार, शिवपुरी, धौलपुर, भिण्ड सहित एक अन्य जिले से एक-एक मरीज सामने आए हैं। उक्त मरीजों को मिला कर जिले में डेंगू संक्रमितों की संख्या 79 पहुंच गई हैं।
स्टाफ कम होने से सर्वे में परेशानी होती है। इसलिए अधिकारियों से स्टाफ उपलब्ध कराने के मांग की गई है, जल्द ही आउट सोर्स पर उपलब्ध हो जाएगा।
डॉ. विनोद दौनेरिया
जिला मलेरिया अधिकारी
