सर मैं दस मिनट भी खड़ा नहीं रह पाता, मेरी ड्यूटी हटवा दीजिए ; चुनाव ड्यूटी से बचने अजब गजब बहाने

सर मैं दस मिनट भी खड़ा नहीं रह पाता, मेरी ड्यूटी हटवा दीजिए ; चुनाव ड्यूटी से बचने अजब गजब बहाने
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40 आवेदनों की हुई सुनवाई, 18 को मिली मुक्ति

ग्वालियर। सर मैं दस मिनट से ज्यादा खड़ा नहीं रह पाता हूं, मेरे दोनों घुटनों में परेशानी है। मेरी ड्यूटी निरस्त करवा दीजिए। कुछ इस तरह की गुहार चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारी अधिकारियों से लगा रहा हैं। दरअसल चुनाव में ड्यूटी कटवाने के लिए कर्मचारी अधिकारियों के सामने तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।

प्रशासन के पास रोजाना दर्जनों कर्मचारी अपनी फरियाद लेकर पहुंचते है और ड्यूटी कटवाने के लिए आवेदन दे रहे हैं। लेकिन अधिकारियों को पता है कि मक्कार कर्मचारी हर चुनाव में इस तरह का बहाना बनाते हैं। इसी के चलते जिलाधीश अक्षय कुमार सिंह ने निर्देश दिए हैं कि बीमार कर्मचारी व अधिकारी पहले सिविल सर्जन कार्यालय में आयोजित होने वाले मेडिकल बोर्ड में अपना मेडिकल कराएंगे। बोर्ड द्वारा अनफिट पाए जाने पर चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने का निर्णय लिया जाएगा।

सिविल सर्जन कार्यालय में पहुंच रही कर्मचारियों की भीड़

सिविल सर्जन कार्यालय में प्रति बुधवार व शनिवार को आयोजित होने वाले मेडिकल बोर्ड में 60 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी मेडिकल कराने पहुंच रहे हैं। जिसमें सबसे ज्यादा हड्डी के मरीज हैं। इसमें कुछ कर्मचारी तो चिकित्सकों से यह तक कह रहे हैं कि उन्हें खड़े होने में परेशानी है, इसलिए ड्यूटी से मुक्त करने की अनुसंशा की जाए। लेकिन कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं, जिनका एक्सरे कराने के लिए कहा जा रहा है तो वह बिना मेडिकल कराए ही लौट रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ लोग तो बुखार आना अस्थमा की बीमारी होने तक की शिकायत कर रहे हैं। लेकिन चिकित्सक ने उन्हें दवा लिख कर लौटा दिया। हालांकि बोर्ड में ऐसे कर्मचारी भी पहुंचे, जिनकी बताई गई बीमारी सही पाई गई। इसलिए चिकित्सकों द्वारा ड्यूटी से मुक्त करने की अनुसंशा भी की जी रही है।

फोन पर करा रहे सिफारिस

चुनाव ड्यूटी हटवाने के लिए कई कर्मचारी तो मेडिकल बोर्ड में बैठने वाले चिकित्सकों पर दबाव बनाने के लिए मंत्रियों व विधायकों के यहां तक से फोन लगवा रहे हैं। लेकिन चिकित्सक भी यह कहते हुए मना कर रहे है, कि जिलाधीश के निर्देश है, उन्ही से बात कर ली जाए।

चाइल्ड केयर लीव के भी ज्यादा आवेदन चुनाव के ड्यूटी हटवाने के लिए पुरूषों से ज्यादा महिलाओं के आवेदन प्रशासन के पास पहुंच रहे हैं। इसमें कई महिलाओं द्वारा चाइल्ड केयर लीव मांग रही है। इसलिए अब प्रशासन ऐसे आवेदनों की जांच कर रहा है कि जिनके बच्चे छोटे हैं।

सिर्फ इन्हें मिलेगी चुनाव से निजात

कैंसर से पीडि़त व्यक्ति या फिर गम्भीर बीमारी से पीडि़त कर्मचारी व अधिकारी को चुनाव ड्यूटी से निजात मिलेगी, बशर्ते उसे दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। यदि किसी व्यक्ति की स्वयं शादी है या फिर उसके ब्लड रिलेशनवालों के यहां शादी है तो इन्हें भी निजात मिल सकती है। प्रसूता या फिर गर्भवती महिलाओं को चुनाव ड्यूटी से मिलेगी निजात।

40 आवेदनों की हुई सुनवाई, 18 को मिली मुक्ति

इस चुनाव ड्यूटी से मुक्ति पाने के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के यहां सुनवाई शुरू हो गई है। इसी के चलते अभी तक जिन 40 अधिकारी व कर्मचारियों के आवेदन की सुनवाई हुई। उसमें 18 अधिकारी व कर्मचारियों ऐसे सामने आए, जिन्होंने सही कारण बताया था। इसलिए उन्हें चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया गया। जबकि 22 ऐसे आवेदक सामने आए हैं, जिन्होंने जो कारण बताए थे वह सही नहीं पाए गए। इसलिए सही कारण न पाए जाने पर 22 आवेदन निरस्त कर दिए गए।

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