दूसरों को दे रहे स्वच्छता का संदेश, खुद के कार्यालय में फैली गंदगी
ग्वालियर, न.सं.। शहर को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए जिलाधीश द्वारा देर रात शहर का निरीक्षण कर स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन खुद के कार्यालय में पसरी गंदगी प्रशासनिक अधिकारियों को दिखाई नहीं दे रही है। इसके अलावा लोगों को स्वच्छ पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। जिस कारण खुद कर्मचारियों को पैसे देकर पानी खरीदना पड़ रहा है। दरअसल कलेक्ट्रेट में भू अभिलेख, भू अर्जन के अलावा महिला बाल विकास, निर्वाचन सहित अन्य कार्यालय संचालित होते हैं। इसके अलावा कलेक्ट्रेट में करीब 200 से 250 अधिकारी व कर्मचारी कार्यालय समय से मौजूद रहते हैं। इसी तरह कलेक्ट्रेट में प्रतिदिन 300 से 400 लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचते हैं। लेकिन तपती धूप में पहुंचने वाले लोगों को कलेक्ट्रेट में स्वच्छ पानी तक नसीब नहीं हो पाता। कलेक्ट्रेट परिसर में कुल चार वाटर कूलर लगे हुए हैं, जिसमें से एक वाटर कूलर बंद पड़ा हुआ है। जबकि अन्य दो पानी ठंडा नहीं कर रहे। इसके अलावा एक वाटर कूलर ही ठंडा पानी दे रहा है। इसी तरह वाटर कूलरों में छत पर रखीं पानी की टंकियों से पानी की सप्लाई हो रही है। जिस कारण कलेक्ट्रेट में स्वच्छ व शीतल पानी न मिलने के कारण अधिकांश कर्मचारी घर से पानी की बोतल लेकर पहुंचते हैं। वहीं कई कर्मचारी परिसर में बनी कैंटीन से पानी की बोतल खरीदते हैं। इसके अलावा अधिकांश कार्यालयों में पानी के कैम्परों को मंगाया जा रहा है। जिसका भुगतान खुद कर्मचारी अपनी जेब से ही करते हैं। नाम न छापने की शर्त पर कर्मचारियों ने बताया कि वाटर कूलर लम्बे समय से बंद है और जो चालू भी हैं, उनमें ठंडा पानी नहीं आता। इसलिए मजबूरन पानी के कैम्पर मंगाने पड़ते हैं। जिसका भुगतान उन्हें खुद अपनी जेब से प्रतिमाह 500 से 600 रुपए तक चुकाने पड़ते हैं। उधर स्वच्छता की बात करें तो कलेक्ट्रेट के तलघर में बने निर्वाचन कार्यालय में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। साथ ही कलेक्ट्रेट के पीछे की ओर बने द्वार के वगल में भारी गंदगी व्यप्त है। लेकिन अधिकारियों को कलेक्ट्रेट की यह अव्यवस्थाएं नहीं दिखतीं।
डेढ़ घंटे तक कलेक्ट्रेट की बिजली रही गुल
गर्मी शुरू होते ही शॉट सर्किट की परेशानी भी बढ़ गई है। यही कारण है कि शुक्रवार को दोपहर 1 से 2.30 बजे तक शॉर्ट सर्किट हो जाने के कारण कलेक्ट्रेट के कई कार्यालयों में बिजली गुल रही और काम-काज भी ठप्प रहा। वहीं कर्मचारी भी गर्मी से परेशान होते रहे।
प्रतिदिन भेजे है 20 से अधिक कैम्पर
कलेक्ट्रेट के विभिन्न कार्यालय में पानी के कैम्पर की सप्लाई हिमालय इंटरप्राइजेज द्वारा की जाती है। कम्पनी के सप्लायर का कहना है कि प्रतिदिन 20 से अधिक कैम्पर विभिन्न कार्यालयों में पहुंचाए जाते हैं।
वर्जन
कलेक्ट्रेट में बाहर की सफाई के लिए निगम से कर्मचारियों की मांग गई बार की जा चुकी है। लेकिन एक ही कर्मचारी होने से सफाई नहीं हो पा रही है और जो वाटर कूलर बंद है, उसे जल्द ठीक कराया जाएगा।
निर्मल किरार, नाजिर


