सेवानिवृत्त कर्मचारी को लगाई चौदह लाख की चपत, निजी कंपनी की नीयत में आया खोट

ग्वालियर, न.सं.। सेवानिवृत्त होने के बाद मिले पैसों को कर्मचारी ने एक निजी कम्पनी में यह सोचकर जमा कराया था कि समय पर ब्याज सहित रकम मिलने पर वह अन्य काम कर लेंगे लेकिन कम्पनी के दो कर्मचारियों की नीयत में खोट आ गया और रकम डकार गए। धोखाधड़ी के शिकार बने फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने जांच प्रारंभ कर दी है।
थाटीपुर थाना क्षेत्र स्थित सत्यदेव नगर में रहने वाले प्रेमबाबू पुत्र कालीचरण राठौर महालेखाकार कार्यालय से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। वर्ष 2018 में उन्होंने दीवान हाउसिंग फायनेंस कारर्पोरेशन कम्पनी में दो एफडी तीन वर्ष के लिए जमा की थी। पहली में बारह लाख और दूसरी में दो लाख रुपए। वर्ष 2021 में एफडी की समय सीमा बीत जाने के बाद उनके खाते में रकम नहीं पहुंची तो वह कम्पनी के कार्यालय पहुंचे और अपनी समस्या से अवगत कराया।
प्रेमबाबू को कम्पनी के कर्मचारियों ने जबाव दिया कि आपका पैसा जल्दी ही मिल जाएगा। लेकिन एक माह से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद रकम नहीं मिली। जब भी वह कार्यालय जाते हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर चलता कर दिया जाता था। जिस समय उन्होंने रकम जमा की थी उस समय वित्तीय सलाहकार तुषार पुण्डीर थे और रकम की जो पर्ची दी थी उस पर कपिल वाघवान के हसताक्षर थे। दोनो कर्मचारियों के बारे में पूछने पर भी कोई सही जाबव नहीं मिलता था। चौदह लाख में से तीन लाख पचपन हजार रुपए की वापस आए थे। ठगी के शिकार पीडि़त कर्मचारी ने थाटीपुर थाना पुलिस को अपने साथ हुई ठगी की शिकायत की। पुलिस ने जांच के बाद तुषार और पिल के खिलाफ धारा 420, 406 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
इनका कहना है
सेवानिवृत्त कर्मचारी के साथ लाखों रुपए की ठगी करने वालों को तलाश किया जा रहा है।
कुलदीप राजपूत
थाटीपुर थाना प्रभारी
