Home > राज्य > मध्यप्रदेश > ग्वालियर > ग्वालियर में आबकारी ठेकेदार उड़ा रहे हैं नियमों की धज्जियाँ,देखें वीडियो

ग्वालियर में आबकारी ठेकेदार उड़ा रहे हैं नियमों की धज्जियाँ,देखें वीडियो

15 घंटे की जगह 24 घंटे संचालित हो रही हैं शराब की दुकानें रिपोर्टर :-जितेंद्र सिंह राजावत

ग्वालियर में आबकारी ठेकेदार उड़ा रहे हैं नियमों की धज्जियाँ,देखें वीडियो
X

लधेड़ी स्थित दुकान की खिड़की से रात के 2 बजे शराब लेता युवक 

ग्वालियर। ग्वालियर शहर में आबकारी विभाग की अनदेखी का असर कुछ इस तरह देखने को मिल रहा है, कि शहर में आधी रात को शराब की दुकानें अवैध रूप से संचालित हो रही हैं, लेकिन आबकारी प्रशासन या पुलिस विभाग की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही रही है। जिसके चलते शराब ठेकेदार बेफिक्र होकर धड़ल्ले से शराब की दुकानों को आधी रात में संचालित कर रहे हैं।


बता दें की शहर में आबकारी विभाग के नियमनुसार अंग्रेजी एवं देशी शराब की दुकानों को संचालित करने का समय सुबह 8.30 से रात 11.30 तक का तय किया गया है। बावजूद इसके आबकारी ठेकेदार इन नियमों की धज्जियाँ उड़ाते दिखाई दे रहे हैं। शराब ठेकों पर रात 11.30 बजे के बाद शटर के नीचे से व दुकानों के दाईं-बाईं तरफ निकाले गए झरोखे से खुलेआम शराब की बिक्री की जाती है और यह क्रम पूरी रात चलता है। जब स्वदेश की टीम ने आधी रात में किलागेट थाना अंतर्गत लधेड़ी स्थित शराब की दुकान जाकर देखा तो पाया की शराब की बिक्री चालू है ,जिसका वीडियो भी हमारी तरफ से बनाया गया,



जिसमे आबकारी के द्वारा तय कीमत से 30 से 60 रुपये अधिक लेकर बिना किसी डर के आधी रात को शराब की बिक्री करते हैं। हमारे द्वारा रात में शराब की दुकान पर ड्यूटी कर रहे सख्स से आधी रात में शराब बेचने का कारण पूछने पर उसने आबकारी ठेकेदारों की अनुमति से दुकान का संचालन करना बताया गया। अब सवाल ये आता है की क्या इसकी खबर आबकारी विभाग एवं नजदीकी पुलिस थाने को नहीं है या फिर इन सब लोगों की मिली-भगत एवं अनुमति के चलते हुए ये दुकानें संचालित हो रही है। अगर ऐसा नहीं है तो फिर इन दुकानों पर आबकारी एवं पुलिस विभाग के द्वारा कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है। जब हमारी टीम ने रात में शराब ले रहे लोगों से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी कहने से इन्कार करते हुए बात को टाल दिया।

Updated : 20 March 2023 11:20 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

City Desk

Web Journalist www.swadeshnews.in


Next Story
Top