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ग्वालियर : डॉक्टर्स ने बचाई मरीजों की जान, बिना पीपीई किट पहने आग में कूदे

ग्वालियर : डॉक्टर्स ने बचाई मरीजों की जान, बिना पीपीई किट पहने आग में कूदे
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ग्वालियर। शहर के जयारोग्य अस्पताल समूह के कोरोना सेंटर सुपर मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में आज दोपहर अचानक से आग लग गई। आगजनी की ये घटना अस्पताल की तीसरी मंजिल स्थित आईसीयू में हुई। घटना के समय आईसीयू में 09 मरीज भर्ती थे, जिन्हें बचाने के लिए डॉक्टर और अन्य स्टाफ बिना पीपीई किट पहने ही आग में कूद गए और सभी मरीजों को सुरक्षित आग से बाहर निकाल लिया। डॉक्टर और अस्पताल कर्मी यदि पीपीई किट पहले पीपीई किट पहनने के लिए जाते तो बड़ा हादसा हो सकता था। लेकिन डॉक्टर्स की ततपरता और जज्बे की वजह से सभी मरीज सुरक्षित बच गए।

जिले के कोरोना सेंटर में जब आग लगी, उस समय अस्पताल में नोडल ऑफिसर निलिमा टंडन, निलिमा सिंह मौजूद थीं। अस्पताल में आग लगते ही वे दोनों चौथी मंजिल स्थित आईसीयू में पंहुच गई, जहां आग लगी हुई थी। आग की भयावहता को देखते हुएवे दोनों बिना देरी किये और पीपीई किट पहने स्वयं आग और धुएं से भरे आईसीयू में प्रवेश कर गई। उन्होंने आवाज देकर एवं शोर बचाकर अन्य डॉक्टर्स और स्टाफ को वहां मदद के लिए बुलाया। डॉ. मनीष शर्मा, डॉ. आरकेएस धाकड़, डॉ. ओपी जाटव और मैनेजर अरविंद राठौर ने पहुंचकर दोनों का साथ दिया और सभी मरीजों को आईसीयू से निकालकर तीसरी मंजिल स्थित आईसीयू में शिफ्ट किया। इसके बाद अस्पताल में मौजूद अग्निशमन यंत्रों की मदद से आग पर काबू पाया और बड़े हादसे को टाल दिया।

कोरोना अस्पताल में आग लगने की सूचना मिलने के बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजन भी अस्पताल पंहुच गए। अस्पताल पहुंचे लोगों को जब बताया गया कि हादसा छोटा था एवं सभी मरीज सुरक्षित है।

Updated : 21 Nov 2020 2:53 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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