जिलाधीश व पुलिस अधीक्षक डटे रहे मैदान में

ग्वालियर | मतदान एवं व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए जिलाधीश अक्षय कुमार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल सुबह से ही मैदान में बने रहे। जो शहर भर में भ्रमण करते हुए संबंधित अधिकारियों से न सिर्फ अपडेट ले रहे हैं, बल्कि खामी नजर आने पर उन्हें दुरुस्त करवाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं।
बिना मतदान किए मायूस होकर लौटे मतदाता
जिले के कई मतदान केन्द्रों पर बिना मतदान किए ही मतदाता मायूस होकर लौट गए। मतदाताओं का कहना था कि पूर्व में हुए चुनाव में उन्हें जो मतदाता पर्ची दी गई थी, उसी को दिखा कर मतदान किया था। लेकिन इस बार मतदाता सूचना पर्ची के आधार पर उन्हें मतदान नहीं करने दिया गया। दरअसल इस बार चुनाव में मतदाता सूचना पर्ची के साथ पहचान पत्र ले जाना आवश्यक था, लेकिन इसकी जानकारी कई मतदाताओं को थी ही नहीं। इसलिए वे बिना पहचान पत्र के ही पहुंच गए, लेकिन जब उन्हें पहचान पत्र लाने के लिए कहा गया तो कई मतदाता बिना मतदान किए ही लौट गए।
प्रवीण पाठक व जिलाधीश अक्षय कुमार में हुई तीखी बहस
ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक और जिलाधीश अक्षय कुमार में देर शाम मतदान के दौरान मतदान केंद्र परिसर में जमकर तीखी बहस हुई। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है की जिला कलेक्टर एवं कांग्रेस प्रत्याशी एक दूसरे से बहस करते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं देर शाम होने के बावजूद भी मतदान केंद्र में लगभग 300 से अधिक मतदाता कतारबद्ध तरीके से खड़े नजर आ रहे हैं। दरअसल ग्वालियर के अवाडपुरा मतदान केंद्र पर देर शाम 7 बजे तक 300 से ज्यादा वोटरों की भीड़ मौजूद थी। धीमी गति से वोटिंग होने की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक और जिलाधीश श्री सिंह के बीच बहस होनी शुरू हो गई। इस दौरान प्रवीण पाठक ने जिलाधीश पर एक पार्टी विशेष के लिए काम करने के आरोप भी लगाए। प्रवीण पाठक का आरोप है कि अबाड़पुरा में मतदान केन्द्र क्रमांक 239, 238 सहित अन्य मतदान केन्द्र पर दो बजे से लोग मत डालने के लिए देर शाम तक लाइन में लगे रहे। इस संबंध में पूर्व से ही प्रशासन के अधिकारियों को सूचना भी दी गई, उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
वहीं जिलाधीश श्री सिंह का कहना है कि नमाज के बाद एक साथ लोग मतदान करने आ गए, जिस कारण मतदान केन्द्र पर थोड़ी परेशानी हुई थी। लेकिन जितने लोग भी छह बजे के पहले मतदान केन्द्र पर आ गए थे, उन सभी के मत डलवाए गए।
