ग्वालियर में डेंगू का आंकड़ा 500 के पार, स्वास्थ्य विभाग नहीं तैयार

ग्वालियर में डेंगू का आंकड़ा 500 के पार, स्वास्थ्य विभाग नहीं तैयार
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18 कर्मचारियों के भरोसे 66 वार्ड, नहीं हो रहा एंटी लार्वा सर्वे

ग्वालियर, न.सं.। जिले में डेंगू का प्रकोप जहां दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग डेंगू से निपटने के लिए न तो खुद तैयार है और न ही निजी अस्पतालों की निगरानी हो रही है। यही कारण है कि डेंगू का आंकड़ा 500 को पार कर गया है। दरअसल जिले में जनवरी से अभी तक डेंगू के कुल 550 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें अकेले ग्वालियर जिले के 450 से अधिक मरीज शामिल हैं।

यह सभी मरीज गजराजाराजा चिकित्सा महाविद्यालय की माइक्रोबायोलॉजी लैब एवं जिला अस्पताल की लैब में हुई जांच रिपोर्ट में सामने आए हैं। लेकिन मच्छर जनित बीमारियों से इससे निपटने की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग की कोई तैयारी नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया विभाग द्वारा चलाए जा रहे एंटी लार्वा सर्वे की बात करें तो यहां भी सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया है। क्योंकि नगर निगम क्षेत्र में कुल 66 वार्डों में एंटी लार्वा सर्वे करने के लिए मलेरिया विभाग के पास सिर्फ 18 कर्मचारी हैं। ऐसे में सर्वे भी ठीक से नहीं हो पा रहा है। इतना ही नहीं कर्मचारियों की कमी को देखते हुए आउटसोर्स पर कर्मचारियों को रखा जाता है, लेकिन मलेरिया विभाग द्वारा अभी तक कर्मचारियों को नहीं रखा गया है। जबकि पिछले वर्ष दवा के छिडक़ाव व सर्वे के लिए आउट सोर्स पर कर्मचारियों को रखा गया था।

बिना मच्छरदानी के वार्ड

शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि डेंगू के मरीजों को अस्पतालों में मच्छर दानी उपलब्ध कराई जाए, जिससे अन्य मरीजों को डेंगू के खतरे से बचाया जा सके। जयारोग्य चिकित्सालय, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए अगल से वार्ड तो चिंहित कर दिया है। लेकिन मरीजों को बिना मच्छरदानी के ही भर्ती किया जा रहा है।

प्रचार प्रसार के लिए नहीं वजट

मलेरिया विभाग द्वारा प्रतिवर्ष मच्छर जनित बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है। लेकिन इस बार विभाग द्वारा किसी भी तरह का प्रचास प्रसार नहीं किया जा रहा। मलेरिया विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उनके पास प्रचार के लिए वजट नहीं है, वजट आने पर ही प्रचार प्रसार किया जाएगा।

निजी पैथोलॉजी में जमकर हो रहे कार्ड टेस्ट

डेंगू की जांच कार्ड से करने पर शासन द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि कार्ड टेस्ट को मान्य नहीं किया जाए। इसके बाद भी शहर की अधिकांश पैथोलॉजी एवं अस्पतालों जमकर कार्ड टेस्ट किए जा रहे हैं। उसके बाद भी जिम्मेदार इस पर रोक नहीं लगा पा रहे हैं।

नहीं हो रही जुर्माने की कार्रवाई

एंटी लार्वा सर्वे के दौरान जिस घर में भी डेंगू का लार्वा पाया जाता था, उस पर नगर निगम द्वारा जुर्माना लगाया जाता था। लेकिन इस बार जुर्माने की कार्रवाई भी शुरू नहीं की गई। अगर जुर्माने की कार्रवाई शुरू की जाए तो डेंगू के फैलने को रोका जा सकता है।

हमारे पास वजट नहीं है, इसलिए प्रचार प्रसार कार्यक्रम संचालित नहीं हो पा रहा है। जल्द ही वजट आने पर कार्यक्रम चालू किए जाएंगे।

डॉ. विवेक दौनेरिया

जिला मलेरिया अधिकारी

आउट सोर्स पर कर्मचारियों को रखने के लिए भोपाल प्रस्ताव भेजा गया है। अस्पताल में मरीजों को मच्छरदानी क्यों उपलब्ध नहीं कराई जा रही इस संबंध संस्था प्रभारी से जानकारी ली जाएगी।

डॉ. मनीष शर्मा

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी

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