जयारोग्य के चिकित्सक, वार्ड वॉय व बीएसएफ से फिर निकले संक्रमित

जयारोग्य के चिकित्सक, वार्ड वॉय व बीएसएफ से फिर निकले संक्रमित
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संक्रमण के कारण 30 हजार का हुआ नुकसान

ग्वालियर, न.सं.। जयारोग्य चिकित्सालय सहित निजी अस्पतालों में फिर से चिकित्सक व स्टॉफ संक्रमण अपनी चपेट में लग रहा है। इसी के चलते शुक्रवार को जहां 47 नए संक्रमित आए और तीन संक्रमितों की मौत भी हो गई। इसमें एक ग्वालियर व दो मुरैना के मरीज है। उधर संक्रमण के कारण एक महिला को 30 हजार का नुकसान भी झेलना पड़ा।

सुदामा पुरी निवासी 22 वर्षीय महिला का पति दुबई में इंजीनियर है। इसलिए महिला को अपने तीन वर्ष के बच्चे के साथ पति के पास जाना था। इसलिए महिला ने 31 अक्टूबर की दिल्ली से दुबई के लिए फ्लाइट की टिकट बुक कराई। लेकिन यात्रा से पहले उसे कोरोना की जांच कराने की बात कही गई। इस पर महिला ने जांच कराई तो संक्रमित निकली। महिला ने बताया कि उसने 30 हजार के टिकट बुक किए थे। लेकिन अब संक्रमण के कारण 30 हजार का नुकसान हो गया। क्योंकि नियम अनुसार यात्रा के 48 घंटे पहले टिकट कैंसिल कराना होता है। वहीं जयारोग्य चिकित्सालय के ट्रॉमा सेन्टर में पदस्थ 32 वर्षीय महिला व 26 वर्षीय पुरुष जूनियर चिकित्सक संक्रमित निकले हैं। इसमें महिला चिकित्सक की ड्यूटी 24 अक्टूबर तक सुपर स्पेशलिटी में लगी थी। जबकि पुरुष जूनियर चिकित्सक ने शुक्रवार की शाम शाम बजे तक ट्रॉमा में ड्यूटी की है। चिकित्सको का कहना है कि उन्हें बुखार आ रहा था। इसके अलावा जयारोग्य के कैंसर रोग विभाग में पदस्थ जयारोग्य परिसर निवासी 51 वर्षीय वार्ड वॉय भी संक्रमित है। जबकि जयारोग्य के न्यूरोसर्जरी में पदस्थ जूनियर चिकित्सक की 58 वर्षीय मां भी संक्रमण की चपेट में है। चिकित्सक ने बताया कि उनकी मां को ब्लड कैंसर है और उपचार के लिए दिल्ली जाना था। उधर कृष्णा अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक व स्टाफ के तीन अन्य लोग संक्रमित मिले। इसमें से एक संक्रमित अस्पताल में भर्ती मरीजों को खाना देने का काम करता था।

रेपिड के बाद कराई आरटीपीसीआर

दाल बाजार निवासी 54 वर्षीय व्यक्ति को बुखार आ रहा था। इसलिए वह गत दिवस जिला अस्पताल पहुंचा और रेपिड टेस्ट के साथ ही आरटीपीसीआर के लिए भी नमूना दिया। रेपिड में व्यक्ति को संक्रमण की पुष्टि होने के बाद वह दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गया और व्यक्ति आरटीपीसीआर में भी संक्रमित निकला। जबकि सामान्यत: आम मरीजों को अगर रेपिड में संक्रमण निकलता है तो चिकित्सक उसका आरटीपीसीआर के लिए नमूना तक नहीं लेते।

इन्हें भी निकला संक्रमण

डीडी नगर निवासी आईसीआईसीआई बैंक में पदस्थ 26 वर्षीय असिस्टेंट मैनेजर, चेतकपुरी निवासी 57 वर्षीय नगर निगम के इंजीनियर, टेकनपुर बीएसएफ से 30 वर्षीय आरक्षक, गोविन्द पुरी निवासी सेन्ट्रल बैंक में पदस्थ 28 वर्षीय कर्मचारी सहित कैडबरी फैक्ट्री में पदस्थ मुरार निवासी 30 वर्षीय ऑपरेटर भी संक्रमित हैं।

227 पहुंचा मौतों का आंकड़ा

शहर में एक दिन की रात के बाद फिर से तीन संक्रमितों की मौत हुई है। चिटनीस की गोठ निवासी 73 वर्षीय श्रीचंद को करीब पन्द्रह दिन पूर्व संक्रमण होने की पुष्टि हुई थी। श्रीचंद के परिजनों ने शुरुआत के दो दिनों तक तो उन्हें घर पर ही आईसोलेट रखा और जब स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ा तो बेटे ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। इसी तरह मुरैना निवासी 63 वर्षीय अशोक शर्मा व 30 वर्षीय रेशमा की मौत सुपर स्पेशलिटी में उपचार के दौरान हो गई। श्रीचंद की मौत को मिलाकर जिले में संक्रमण से होने वाली मौतों का आंकड़ा 227 पहुंच गया है।

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