दोहरे शतक के पार हुआ संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा

ग्वालियर, न.सं.। जिले में फिर से एक और कोरोना योद्धा की दिल्ली में उपचार के दौरान संक्रमण से मौत हुई है। इसी के चलते संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा दोहरे शतक को पार कर गया है। जबकि 60 नए संक्रमित सामने आए हैं। जयारोग्य चिकित्सालय के नेत्र रोग विभाग की ऑपरेशन थियेटर की इंचार्ज सिस्टर लिस्सी पीटर का दिल्ली में इलाज के दौरान रविवार को निधन हो गया। लिस्सी पीटर सिस्टर को कोरोना होने के चलते दिल्ली ले जाया गया था, जहां उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सिस्टर की कुछ दिनों बाद एक रिपोर्ट निगेटिव भी आ गई थी। लेकिन फेंफडों में संक्रमण होने के कारण उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता गया। सिस्टर की मौत के बाद जिले में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 201 पहुंच गया है।
गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय, जयारोग्य की रेपिड एंटीजन किट टेस्ट, जिला अस्पताल मुरार की रेपिड एंटीजन किट टेस्ट और निजी लैब की जांच में रविवार को 60 नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इसमें रिपोर्ट में 13 बटालियन में पदस्थ 26 वर्षीय आरक्षक, बाड़ा स्थित एसबीआई बैंक का 45 वर्षीय सुरक्षाकर्मी, गोविन्दपुरी निवासी सिंचाई विभाग का 55 वर्षीय उपयंत्री, वन विभाग में पदस्थ 34 वर्षीय वनरक्षक सहित गांधी नगर निवासी 38 वर्षीय अधिवक्ता को कोरोना होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा 4 कैदी भी संक्रमित निकले हैं। इसमें दो घाटीगांव थाना क्षेत्र, एक पुलिस लाइन और एक महिला कैदी माधौगंज थाना क्षेत्र से है। वहीं रिपोर्ट में कम्पू स्थित जूस की दुकान के 52 वर्षीय संचालक, उनकी पत्नी व 16 वर्षीय बेटी को संक्रमण ने अपनी चपेट में लिया है। इसी तरह समाधिया कॉलोनी निवासी बिजली विभाग से सेवानिवृत्त 59 वर्षीय एकांउटेंट व उनकी दो बहू भी संक्रमित निकली हैं।
मौतों पर नहीं लग रहा ब्रेक
- 24 मार्च से 30 जून तक: जिले में 402 संक्रमित, 4 की मौत।
- 1 जुलाई से 31 जुलाई तक: 1947 संक्रमित और 16 की मौत।
- 1 अगस्त से 31 अगस्त तक: जिले में 3699 संक्रमित और 59 की मौत।
- 1 सितंबर से 30 सितंबर तक: 5476 संक्रमित और 104 की मौत।
- 1 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक: 603 संक्रमित 16 की मौत।
- 24 मार्च से 6 सितंबर तक यानी 166 दिन में 100 की मौत।
- 7 सितंबर से 11 अक्टूबर तक यानी 35 दिन में 101 की मौत।
