24 घंटे में संक्रमण से दो मौत, 219 पहुंचा मरने वालों का आंकड़ा

ग्वालियर, न.सं.। कोरोना संक्रमण के बीच पिछले 24 घंटे में जहां दो मरीजों की मौत हुई है वहीं 63 नए संक्रमित भी सामने आए हैं। जीवाजीगंज निवासी 68 वर्षीय जगदीश कुशवाह को 15 अक्टूबर को कोरोना होने के चलते सुपर स्पेशलिटी में भर्ती कराया गया था। संक्रमित को सांस लेने में परेशानी हो रही थी, इसलिए उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया। मंगलवार को जगदीश कुशवाह की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसी तरह गांधी नगर निवासी 54 वर्षीय प्रदीप अग्रवाल को कोरोना होने के चलते सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी मौत हो गई। इन मौतों को मिलाकर जिले में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 219 पहुंच गई है। उधर गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के वायरोलॉजिकल लैब में 29, जयारोग्य के एंटीजन टेस्ट में 2, जिला अस्पताल के एंटीजन टेस्ट में 22 तथा निजी लैब की जांच में 10 मरीजों को कोरोना होने की पुष्टि हुई है।
रिपोर्ट में टेकनपुर स्थित बीएसएफ से 41 वर्षीय बावर्ची, 43 वर्षीय आरक्षक सहित दो जवान शामिल हैं। इसके अलावा सेना में पदस्थ 38 वर्षीय हवलदार को भी संक्रमण निकला है। हवलदार अपने घर गया था और ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले जांच कराई। जबकि महाराजपुरा निवासी 33 वर्षीय स्कूल संचालक व उनकी 29 वर्षीय पत्नी और पांच वर्षीय बेटी भी संक्रमित है। तीनों ही संक्रमितों को जुखाम के साथ ही बुखार भी आ रहा था। उधर मालनपुर स्थित टेवा कम्पनी के दो कर्मचारी, अमलतास कॉलोनी निवासी जनपद पंचायत में पदस्थ एकाउंटेंट की 50 वर्षीय पत्नी भी संक्रमित है। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पदस्थ 30 वर्षीय आरक्षक, पीएचई में पदस्थ गोविन्दपुरी निवासी 62 वर्षीय टेलीफोन ऑपरेटर व एलआईसी का 51 वर्षीय एजेंट भी संक्रमित आए हैं।
रेपिड के बाद कराया आरटीपीसीआर
रिपोर्ट में जयारोग्य चिकित्सालय के दो चिकित्सक सहित चिकित्सक के पिता भी संक्रमित निकले हैं। न्यूरो सर्जरी में पदस्थ 31 वर्षीय रेसीडेंट चिकित्सक चेतकपुरी में अपनी पत्नी व पिता के साथ किराए से रहते हैं। बुखार आने पर तीनों ने जांच कराई तो चिकित्सक व उनके 63 वर्षीय पिता संक्रमित निकले और पत्नी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसी तरह हड्डी रोग विभाग में पदस्थ 26 वर्षीय जूनियर चिकित्सक को भी संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। इन सभी ने गत दिवस रेपिड किट से भी जांच कराई थी। जिसमें भी तीनों संक्रमित निकले थे। जबकि जयारोग्य में रेपिड टेस्ट सिर्फ उन्हीं का किया जाता है जो या तो भर्ती हो या उन्हें कोरोना के ज्यादा लक्षण हो। लेकिन चिकित्सकों ने रेपिड में संक्रमित निकलने के बाद भी आरटीपीसीआर में जांच कराई।
सेनानिवृत्त चिकित्सक दंपति भी संक्रमित
रामबाग कॉलोनी निवासी 72 वर्षीय चिकित्सक व उनकी 73 वर्षीय चिकित्सक पत्नी सहित उनका 51 वर्षीय भतीजा भी संक्रमित निकले हैं। चिकित्सक ईएसआई अस्पताल के अधीक्षक रह चुके हैं। जबकि उनकी पत्नी डीआरडीई में वैज्ञानिक रह चुकी हैं।
