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ट्रॉमा सेन्टर के उन्नयन के लिए आई पांच करोड़ की राशि में हुई गड़बड़ी

चिकित्सा शिक्षा आयुक्त से शिकायत

ट्रॉमा सेन्टर के उन्नयन के लिए आई पांच करोड़ की राशि में हुई गड़बड़ी
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ग्वालियर, न.सं.। गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय व इससे संबद्ध जयारोग्य चिकित्सालय में उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने के लिए शासन द्वारा प्रतिवर्ष करोड़ों का बजट दिया जाता है। लेकिन महाविद्यालय के जिम्मेदार अधिकारी बजट का दुरुपयोग करने में लगे हुए हैं। जिसको लेकर एक शिकायतकर्ता ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त से शिकायत की है।

शिकायतकर्ता मनीष सिसौदिया ने कहा है कि डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेस, मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एण्ड फैमिली वेलफेयर द्वारा वर्ष 2012 में पांच करोड़ 13 लाख रुपए महाविद्यालय को आवंटित किए थे। जिसका उपयोग ट्रॉमा सेन्टर के उन्नयन के लिए किया जाना था। लेकिन उस समय ट्रॉमा सेन्टर के तत्कालीन नोडल अधिकारी एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ. एस.एन. अयंगर ने उक्त राशि को मनमाने तरीके से खर्च किया। निर्माण कार्य में वित्तीय अनियमितताएं भी की गईं। भारत सरकार के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की ऑडिट में भी वित्तीय अनियमितताओं का जिक्र हुआ। गड़बड़ी की जांच की आंच जब डॉ. अयंगर पर आई तो वह इसे दबाने में जुट गए। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि डॉ. अयगर अपने पद के प्रभाव के इस्तेमाल से उन कंडिकाओं को गलत व भ्रामक जानकारी देकर हटाने में लगे हंै। जिसमें उनका सहयोग संचालनालय चिकित्सा शिक्षा म.प्र के ऑडिट अधिकारी व अन्य कर्मचारी कर रहे हैं। इसलिए डॉ. अयंगर द्वारा की गई अनियमितताओं की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाए।

इन बिन्दुओं पर भी की शिकायत

- भारत सरकार से प्राप्त राशि में मेनपावर के तहत चिकित्सक, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, सुरक्षाकर्मियों एवं सफाईकर्मियों की रोजगार कार्यालय के माध्यम से एक मुश्त वेतन पर संविदा नियुक्ति की जाना थी। लेकिन डॉ. अयंगर द्वारा सफाई कर्मियों एवं सुरक्षा कर्मियों की संविदा नियुक्ति करने के बजाय मैसर्स सेंगर सिक्योरिटी एण्ड लेबर सर्विसेस से सांठगांठ कर सुरक्षा व सफाईकर्मी लगाने का आदेश दे दिया। जबकि अन्य स्टाफ की संविदा नियुक्ति की गई।

- कम्यूनिकेशन मद में आए पैसे को डॉ. अयंगर ने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के चलते अस्पताल की ओपीडी के लिए खर्च कर दिया।

इनका कहना है-

शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत गलत है। ट्रोमा के उन्नयन के लिए जो पैसा मिला था, उसका सही उपयोग किया गया था। जिसकी जांच भी हो चुकी है।

डॉ. एस.एन. अयंगर, अधिष्ठाता गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय

यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है। अगर कोई शिकायत की गई है तो इसकी जांच कराई जाएगी।

एम.बी. ओझा, सम्भागायुक्त, ग्वलियर

Updated : 9 Aug 2020 1:00 AM GMT
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