Home > राज्य > मध्यप्रदेश > ग्वालियर > दमा, किडनी, मधुमेह, रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारी वाले मरीजों ने कोरोना से जीती जंग

दमा, किडनी, मधुमेह, रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारी वाले मरीजों ने कोरोना से जीती जंग

छह महीने में 3534 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर लौट चुके हैं

दमा, किडनी, मधुमेह, रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारी वाले मरीजों ने कोरोना से जीती जंग
X

ग्वालियर, न.सं.। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पांच हजार पार पहुंच चुकी है। जिलेवासी जिस तरह कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं उसी प्रकार तेजी से रिकवर भी कर रहे हैं। 3534 कोरोना संक्रमित मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर लौट चुके हैं। जिसमें लगभग 300 से अधिक महिला, पुरुष, बुजुर्ग व युवा ऐसे थे जो दमा-अस्थमा, हाइपरटेंशन, किडनी, शुगर, ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे।

स्वदेश से चर्चा में मरीजों ने कहा कि पहले ही दो-दो बीमारियों की गिरफ्त में होने के कारण मन में जल्द ठीक होने की संभावना नहीं थी। लेकिन पुरानी बीमारी के नियमित दवाइयों के सेवन और कोरोना प्रोटोकाल नियमों का पालन करते हुए कोरोना को हराने में कामयाब हुए। संक्रमित मरीज पूरी तरह से ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं, घर में ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम गंभीर बीमारी वाले कोरोना संक्रमित मरीजों पर ज्यादा ध्यान दे रही है। कोरोना संक्रमित मरीजों को उनके पुरानी बीमारी को ध्यान में रखते हुए दवाइयों का नियमित सेवन कराया जा रहा है। ताकि मरीज तेजी से रिकवर हो सकें। यहीं वजह है कि पहले ही गंभीर बीमारी से पीडि़त कोरोना संक्रमित मरीज तेजी से रिकवर कर रहे हैं। कोरोना संक्रमित सामान्य मरीज भी तेजी से रिकवर हो रही हैं।

जिले में सबसे अधिक मौत

कोरोना ने सबसे अधिक कहर ग्वालियर जिले में बरपाया। जिले में कोरोना से 68 लोगों की मौत हो चुकी है। एक अगस्त से 28 अगस्त तक कोरोना से 48 लोगों की मौत हुई है। इसमें मरने वालों की सबसे अधिक संख्या 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों की है। अब तक 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

गंभीर मरीजों पर विशेष ध्यान

अब आने वाले समय को सुरक्षित निकालने के प्रयास में जिला प्रशासन ने गंभीर मरीज, ऑक्सीजन और ऑब्जर्वेशन को टॉप प्राथमिकता पर लिया है। ताकि संक्रमित मरीजों को मौत के मुंह से बचाया जा सके। हालांकि कई ऐसे लोग भी हैं, जो गंभीर बीमारी के बावजूद कोरोना से जंग जीते हैं। चिकित्सकों का मानना है कि गंभीर बीमारियों से रोग प्रतिरोधक झमता कमजोर होती है, ऐसे लोगों को कोरोना से खतरा ज्यादा है, इसलिए ऐसे लोगों को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए।

Updated : 13 April 2024 1:00 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


Next Story
Top