प्रियंका की सभा के बाद से कांग्रेस में खामोशी, भाजपा के कार्यक्रमों की बाढ़

ग्वालियर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की डुगडुगी बज चुकी है और तारीख घोषित होते ही चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी। इसके पहले प्रचार अभियान में भारतीय जनता पार्टी काफी आगे निकल चुकी है। ग्वालियर में प्रदेश कार्यसमिति की बड़ी बैठक के बाद केंद्रीय मंत्रियों और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के लगातार दौरे हो रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ग्वालियर के फूलबाग मैदान से लाड़ली बहनों के खातों में एक हजार रुपए की राशि डाली गई और अब जनआशीर्वाद यात्रा भी ग्वालियर चंबल में बड़े जोर शोर से भ्रमण कर रही है। इसके विपरीत कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के 21 जुलाई को मेला मैदान में सभा के बाद से ही कांग्रेस में खामोशी है। उसका कोई बड़ा नेता ग्वालियर नहीं आया है। यद्यपि कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस शीघ्र की जन आक्रोश यात्रा निकालने जा रही है। जिसकी तारीख घोषित होने वाली है। इसके लिए 15 सितंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला बैठक लेने जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में ग्वालियर चंबल अंचल की एक अलग ही भूमिका है। एक तरह से यहां की 34 सीटों की हारजीत से ही सरकारें बनती आ रही हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 34 में से 26 सीटें हासिल कर भाजपा की 15 साल से चली आ रही सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया था किंतु वर्ष 2020 में कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे से कांग्रेस सरकार ढह गई और उपचुनाव में फिर से बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बन गई। यही कारण है कि भाजपा और कांग्रेस के लिए ग्वालियर चंबल की धरती बेहद अहम है। लगभग डेढ़ माह पूर्व 21 जुलाई को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी द्वारा एक बड़ी आमसभा मेला मैदान पर की गई थी। इसके बाद माना जा रहा था कि कांग्रेस आगे भी इसी तरह के आयोजन कर भाजपा सरकार की खिलाफत करेगी लेकिन इसके बाद कांग्रेस ने कोई आयोजन नहीं किया। जबकि भाजपा प्रचार प्रसार में लगातार आगे बढ़ती जा रही है। उसके राष्ट्रीय नेता प्रदेश भर में दौरे कर रहे हैं। प्रदेश कार्यसमिति की अहम बैठक ग्वालियर में कर भाजपा ने बढत हासिल की। इसके बाद 5 सितंबर से जन आशीर्वाद यात्रा भी पूरे ग्वालियर चंबल अंचल के दौरे पर है। इससे जनमानस पर भाजपा यह प्रभाव डाल रही है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की गरीब कल्याण और जनहितैषी योजनाएं धरातल पर हैं। उनके द्वारा लाडली बहना योजना का भी जबरदस्त प्रचार किया जा रहा है। लाडली बहनों के खाते में चौथी बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर के फूलबाग मैदान से राशि अंतरित की। इसके पहले उनके द्वारा अचलेश्वर मंदिर पर पूजा अर्चना के बाद विशाल जन दर्शन यात्रा भी निकाली गई।
इन नेताओं का हुआ आगमन
अभी तक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश,केंद्रीय वन मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, रेल मंत्री एवं सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश चुनाव अभियान समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, वीरेंद्र खटीक, पीयूष गोयल आदि प्रमुख हैं।
इनका कहना
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। इस समय समूचे प्रदेश में पांच जन आशीर्वाद यात्राएं निकाली जा रही है। इसके बाद भी बड़े आयोजन सभाएं और रैलियां होती रहेंगी।
आशीष अग्रवाल
प्रदेश मीडिया प्रभारी भाजपा
कांग्रेस द्वारा जन आक्रोश रैली निकालने की तैयारी है। इसकी तारीख भोपाल में वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा तय की जा रही है।
डॉ देवेंद्र शर्मा
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष
19 से जन आक्रोश यात्रा निकलेगी
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस द्वारा 19 सितंबर से जन आक्रोश यात्रा निकाली जाएगी। इसके लिए सात अलग-अलग रथ तैयार किए गए हैं। जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांति लाल भूरिया, अरुण यादव सहित अन्य नेता रहा करेंगे।
सुनील, अजब और रविंद्र सिंह के टिकटों पर खतरा!
कांग्रेस की स्कैनिंग कमेटी में ग्वालियर चंबल संभाग के नामों पर लगातार विचार विमर्श चल रहा है। चूंकि पार्टी ने यह क्राइटेरिया तय किया है कि 20 हजार से अधिक मतों से पराजित प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया जाएगा तो इस क्राइटेरिया में ग्वालियर विधानसभा के सुनील शर्मा आ रहे हैं। वे भाजपा के प्रद्युम्न सिंह तोमर से 33 हजार मतों से पराजित हुए थे। ऐसे में मितेंद्र दर्शन सिंह, योगेंद्र सिंह तोमर पिंटू और सौरभ सिंह तोमर के नामों का पैनल बना है। मितेंद्र के लिए युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास व योगेंद्र के लिए जिला प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान पैरोकारी कर रहे हैं। उधर ग्वालियर ग्रामीण से प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक सिंह के नाम पर यह कहकर मना किया जा रहा है कि उनके पास कोषाध्यक्ष सहित पहले से ही बड़े काम हैं इसलिए तीन नामों का पैनल बनाया गया है। जिसमें साहब सिंह गुर्जर, केदार कंसाना और रामसेवक बाबूजी के नाम हैं। उधर मुरैना के दिमनी से रविंद्र सिंह भिड़ोसा एवं सुमावली से अजब सिंह कुशवाहा के टिकटों पर भी खतरा मंडरा रहा है। डबरा में सुरेश राजे का टिकट भी तय नहीं है।
