कांग्रेस का सभापति बनाने का दावा, रणनीति बनाने पार्षदों की परिचय बैठक

कांग्रेस का सभापति बनाने का दावा, रणनीति बनाने पार्षदों की परिचय बैठक
X

ग्वालियर। महापौर पद पर कांग्रेस द्वारा 57 वर्ष बाद विजय प्राप्त करने के बाद अब वह हर हाल में सभापति भी अपना बनाने निर्दलीय एवं भाजपा पार्षदों पर डोरे डाल रहे हैं। इसके लिए तीन वरिष्ठ नेता प्रयासरत हैं। इसी सिलसिले में शनिवार को सिटी सेंटर में नवनिर्वाचित महापौर एवं पार्षदों के साथ परिचय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक सिंह, विधायक डॉ सतीश सिंह सिकरवार, महापौर डॉ शोभा सिकरवार, प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा सहित 28 पार्षद मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के 25 पार्षद जीत कर आए हैं उसने तीन पार्षद अपने पक्ष में करके यह संख्या 28 कर ली है। वार्ड 33 की सुनीता अरुण कुशवाह को भी लिए जाने की बात सामने आई है लेकिन सभापति पद पर बहुमत के लिए 33 पार्षदों की आवश्यकता है। भारतीय जनता पार्टी के 34 पार्षद जीत कर आए हैं इसलिए भाजपा निश्चिंत है कि उसका बहुमत है और कोई पार्षद कहीं नहीं जा रहा। जबकि कांग्रेस यह सोच कर निर्दलीय, बसपा, और भाजपा पार्षदों को अपने पाले में करने में लगी है ताकि महापौर के साथ सभापति भी उसका होगा तो निर्णय अपने हिसाब से लिए जा सकेंगे यदि सभापति भाजपा का बनता है तो परिषद में द्वंद की स्थिति रहेगी एमआईसी के निर्णय जब परिषद में आएंगे तब उन पर मोहर नहीं लग सकेगी। पता लगा है कि सिंधिया समर्थक भाजपा के एक वरिष्ठ पार्षद को सभापति बनाने का लालच देकर पक्ष में करने की कोशिश की गई है लेकिन उसमें सफलता हाथ नहीं लगी है। कुछ और पार्षदों को भी एमआईसी में लेने का भरोसा दिया जा रहा है।

Tags

Next Story