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डिजीटल म्यूजियम में स्थानीय संस्कृति के होंगे दर्शन, मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण

वर्चुअल रियलटी के द्वारा देख सकेगे इतिहास को

डिजीटल म्यूजियम में स्थानीय संस्कृति के होंगे दर्शन, मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण
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ग्वालियर। शहर में स्मार्ट सिटी के तहत डिजीटल संग्रहालय गोरखी स्थित स्काउट एवं गाइड भवन में यह आधुनिक संग्रहालय तैयार किया गया है। इस संग्रहालय में इस डिजीटल संग्रहालय में ग्वालियर के इतिहास और कला-संस्कृति सहित अन्य विधाओ को एक छत के नीचे देखा जा सकेगा। 3500 वर्गफीट एरिया में लगभग 7 करोड रुपये की लागत से इस तैयार किया गया है।

मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण -



स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह ने बताया की स्मार्ट सिटी द्वारातैयार किये जा रहे इस संग्रहालय एवं तारामंडल परियोजना में संग्रहालय का कार्य पूर्ण हो चुका है। जिसका लोकार्पण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को करेंगे। इस संग्रहालय में ग्वालियर की स्थापत्य शैली, वस्तु, परिधान, जीवनशैली, वाद्य यंत्र, आभूषण, हस्तशिल्प, सांस्कृतिक परंपरा, चित्रकारी सहित कई विधाओ को आधुनिक तरीके से डिजिटली प्रदर्शित किया गया है। यहां पर आकर पर्यटक 16 गैलरियों में सजे ग्वालियर के इतिहास, यंत्र, आभूषण, हस्तशिल्प और अन्य जानकारी अत्याधुनिक आईटी उपकरणो का प्रयोग करके प्राप्त कर सकेगे। इस संग्रहालय में वर्चुअल रियलटी का समावेश भी किया गया है। जिसके द्वारा सैलानी ऐतिहासिक स्थल की वास्तविकता को महसूस कर सकेगे।

शहर की प्राचीन, कला, शिल्प की मिलेगी जानकारी -

उन्होंने आगे बताया की ग्वालियर की ऐसी प्राचीन कला, संगीत, शिल्प इत्यादि जो कि अब लुप्त हो चुकी या लुप्त होने की कगार पर है, उनके बारे में विषय विशेषज्ञो की सहायता से पूरी जानकारी जुटाकर उन्हे इस संग्रहालय में शामिल किया गया है। इस संग्रहालय में ग्वालियर और ग्वालियर के आसपास की कला-संस्कृति को भी शामिल किया गया है। साथ ही स्थानीय कलाकारों को भी ज्यादा से ज्यादा इस परियोजना से जोडा गया है, ताकि स्थानीय कला और कलाकारो को एक पहचान मिल सके एवं अन्य लोग उनके बारे में जान सके। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रमोशन औऱ प्रतियोगिताओं के द्वारा स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन द्वारा स्थानीय कलाकारों को मौका दिया जा रहा है, ताकि वह इस संग्रहालय में अपनी-अपनी भागीदारी दे सकें।

बता दें कि इस भवन के पीछे के भाग में एक तारामंडल भी विकसित किया जा रहा है। इस केंद्र को ग्वालियर के पर्यटन मानचित्र में एक अहम बिंदु के रूप में माना जा रहा है। ग्वालियर संभाग व बुंदेलखंड क्षेत्र में यह अपनी तरह का पहला केंद्र होगा तथा स्कूल के छात्रों को शिक्षित करने में भी अपनी मह्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

अत्याधुनिक विभिन्न आईटी उपकरण से युक्त होगा


इंटरएक्टिव टच वीडियो पैनल, बायोमेट्रिक डिवाइस, वीआर हेडसेट, सूचना प्रदर्शन मुद्रित पैनल, मीडिया कियोस्क, पैदल प्रदर्शन, मीडिया वाल, वर्चुअल मिरर, इंटरएक्टिव मीडिया वॉल, इंटरएक्टिव संगीत खेल

डिजीटल संग्रहालय में विभिन्न विधाओ के बारे में देख-जान सकेगे-

1. समयरेखा-ग्वालियर का इतिहास

2. स्थापत्य शैली

3. ग्वालियर के वस्तु तत्व

4. परिधान

5.जीवनशैली

6. अवकाश के खेल

7. वाद्य यंत्र

8. आभूषण

9. हस्तशिल्प

10. पाक-कला

11. भोजन व व्यंजन

12. सांस्कृतिक परम्परा

13. चित्रकारी

14. फ़ोटोग्राफ़ी

15. इमेजिनेरियम

16. तारा मंडल


Updated : 11 Sep 2020 11:45 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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