दीपावली के पहले सडक़ों पर बढ़ा कचरा, सफाई की रफ्तार धीमी, अब हो रही परेशानी

दीपावली के पहले सडक़ों पर बढ़ा कचरा, सफाई की रफ्तार धीमी, अब हो रही परेशानी
X
दो दिन अवकाश पर रहे सफाई कर्मचारी

ग्वालियर। दीपावली का त्योहार आते ही शहर में कचरे की आवक बढ़ गई है। इसके कारण पहले जहां 380 टन कचरा निकल रहा था वहीं अब शहर से प्रतिदिन 450 टन से अधिक कचरा निकल रहा है। इन दिनों जहां निगम के सफाई अमले को अधिक सक्रिय होना चाहिए था, लेकिन फिलहाल निगम का सफाई अमला ज्यादा ध्यान नहीं दे रहा है। इसके कारण जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। हालांकि निगमायुक्त ने भी स्वयं सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया था, लेकिन इसके बाद भी इसमें सुधार होता नहीं दिख रहा है।

उधर पिछले दो दिनों से सफाई कर्मचारी अवकाश पर हैं। शनिवार को वाल्मीकि जयंती के कारण सफाई कर्मचारियों को अवकाश दिया गया था और रविवार को साप्ताहिक अवकाश के चलते शहर से कचरा नहीं उठ सका। इसके अलावा दोनों दिन डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए टिपर वाहन भी नहीं निकल सके। इसके चलते लोगों ने घरों का कचरा खुले में सडक़ पर फेंक दिया। निगम अधिकारियों के अनुसार रविवार को देर रात कचरे के ढेर उठवाए गए हैं और सोमवार से सफाई व्यवस्था फिर सुचारू हो जाएगी।

दीपावली नजदीक आते ही लोग अपने घरों व प्रतिष्ठानों की सफाई करना शुरू कर देते हैं। इसके कारण शहर भर से निकलने वाले कचरे में काफी इजाफा हो जाता है। इसमें अधिकांश सूखा कचरा होता है। इसके साथ ही काफी मात्रा में प्लास्टिक एवं कांच के आइटम भी होते हैं। इसके साथ ही काफी मात्रा में रद्दी आदि भी होती है, जिससे कचरे की मात्रा काफी बढ़ जाती है। पूर्व में कचरा संग्रहण के लिए निगम के अमले को सुबह और शाम दोनों समय लगाया जाता था। इसके साथ ही दिन में बाजारों के अंदर दलेल भी लगाई जाती थी, लेकिन फिलहाल ऐसा कुछ भी होता हुआ नहीं दिख रहा है। इस बार प्रतिदिन की तरह से ही दीपावली की सफाई व्यवस्था की गई है, इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।

गली मोहल्लों से नहीं उठ रहा कचरा

सबसे अधिक बुरे हालात गली मोहल्लों के हैं। यहां पर कचरा कलेक्शन करने वाले सफाई कर्मचारी एक दो दिन छोडक़र आ रहे हैं। इसके कारण ठीयों पर कचरे का ढेर लग रहा है। सफाई के कारण कचरे की मात्रा अधिक हो रही है। इसके कारण लोगों को इन ठीयों में आग भी लगानी पड़ रही है।

खाली भूखंड बने कचरा घर

कालोनियों के अंदर कचरा संग्रहण वाहन नहीं आने के कारण वहां पर लोगों ने खाली भूखंडों के अंदर ही कचरे को फेंकने का ठीया बना लिया है। इसके कारण कालोनियों के अंदर भी काफी मात्रा में इन खाली भूखंडों के अंदर कचरा जमा हो रहा है।

Tags

Next Story