कस्तूरबा मार्ग नहीं होगा बंद, बनेगा अंडरब्रिज, समीक्षा बैठक में हुआ निर्णय

कस्तूरबा मार्ग नहीं होगा बंद, बनेगा अंडरब्रिज, समीक्षा बैठक में हुआ निर्णय
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नए अस्पताल में सेन्ट्रल एसी सिस्टम लगेगा, 31 मार्च तक एलिवेटेड का प्रथम चरण करें पूर्ण

ग्वालियर, न.सं.। जयारोग्य व एक हजार बिस्तर के अस्पताल को जोडऩे के लिए कस्तूर्बा मार्ग को अब बंद नहीं किया जाएगा। उसके स्थान पर आधुनिक अंडरब्रिज बनाया जाएगा। साथ ही नए अस्पताल के सभी वार्डों को वातनुकूलित किया जाएगा।इसी के साथ एलिवेटेड मार्ग के प्रथम चरण को 31 मार्च 2024 तक पूर्ण करने का लक्ष्य दिया गया है। यह निर्णय केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं सांसद विवेक नारायण शेजवलर की मौजूदगी में रविवार को कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित हुई विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में लिया गया।

एलीवेटेड रोड़, हजार बिस्तर अस्पताल, मुरार नदी का जीर्णोद्धार, रेलवे स्टेशन का निर्माण व सौंदर्यीकरण, डीआरडीई लैब महाराजपुरा व जीवाजी विश्वविद्यालय में प्रस्तावित मेडीकल कॉलेज सहित अन्य विकास कार्य एवं खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तैयारी व कोविड-19 से बचाव के लिए एहतियात बतौर किए जा रहे उपायों की विस्तार से समीक्षा की। इसमें सबसे पहले एक हजार बिस्तर के

अस्पताल की समीक्षा के दौरान जब मंत्री श्री सिंधिया ने उपलब्ध पलंगों की जानकारी मांगी तो जिम्मेदार स्पष्ट जानकारी नहीं दे सके। इसके अलावा अस्पताल में सेन्ट्रल एसी सिस्टम को लेकर अधिकारियों ने कहा कि सेन्ट्रल एसी से दुर्घटनाएं होती है, इसलिए यह नहीं लगवाया गया। जिसको लेकर सांसद श्री शेजवलकर नाराज हुए और कहा कि देश विदेश में सभी बडे-बड़े भवनों में सेन्ट्रल एसी सिस्टम लगा हुआ है, क्या वहां दुर्घटनाएं ही होती हैं। इतना ही नहीं कस्तूरबा मार्ग को अस्पताल को देने के लिए अधिकारियों ने केन्द्रीय मंत्री के सामने प्रस्ताव रखते हुए कहा कि अंडरब्रिज से काम नहीं चल पाएगा। यह सुन केन्द्रीय मंत्री नाराज हुए और कहा कि आप इंजीनियर हैं क्या, आपको अपने विभाग की कोई जानकारी तक नहीं है। आप बैठक में क्या तैयारी करके आए हैं। इस पर जिम्मेदार चुप्पी साध गए और कुछ नहीं बोल सके। हालांकि बैठक में तय हुआ कि एक हजार के अस्पताल और जयारोग्य को जोडऩे के लिए आधुनिक अंडरब्रिज बनाया जाएगा, जिससे यातायात व्यवस्था न बिगड़े। इतना ही नहीं केन्द्रीय मंत्री ने यह तक कहा कि आप आधी अधूरी तैयारियों के साथ नए अस्पताल का उद्घाटन कराना चाहते हैं, लेकिन जब तक सभी जरूरी सुविधाएं पूरी नहीं हो जाती तब तक उदघाटन नहीं किया जाएगा।बैठक में विशेष रूप से मंत्री सुरेश धाकड़ एवं मुन्नालाल गोयल मौजूद रहे।

एलीवेटेड रोड की हर सप्ताह की प्रगति रिपोर्ट मय फोटोग्राफ के भेजें

एलीवेटेड रोड की समीक्षा के दौरान केन्द्रीय मंत्री ने निर्देश दिए कि प्रथम चरण का काम हर हाल में 31 मार्च 2024 तक पूर्ण हो जाना चाहिए। इसमें से 80 प्रतिशत काम आगमी अक्टूबर माह तक पूरा करें। केन्द्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि निर्माणाधीन एलीवेटेड रोड़ की हर सप्ताह की प्रगति रिपोर्ट मय फोटोग्राफ के भेजें। इसमें यह भी स्पष्ट किया जाए कि हर हफ्ते निर्माण में कितनी प्रगति हो रही है।

कुर्सी से उठे सिंधिया, कहा चार नम्बर की तरफ भी करें सौंदर्यीकरण

रेलवे स्टेशन विस्तार की समीक्षा के दौरान जब सिंधिया ने संबंधित एजेंसी के अधिकारी से चार नम्बर प्लेटफॉर्म की तरफ किए जाने वाले कार्यों के बारे में पूछा तो अधिकारी सही से नहीं बता पाए। इस पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर कुर्सी से उठकर प्रेजेक्टर के पास जा पहुंचे और समझाने के लिए कहा। इसी बीच केन्द्रीय मंत्री सिंधिया भी कुर्सी से अचानक उठ गए और प्रोजेक्टर के पास जाकर खड़े हो गए। यह देख अधिकारी भी दंग रह गए और अपनी कुर्सियों से खड़े हो गए। श्री सिंधिया ने एजेंसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्लेटफॉर्म एक के साथ ही चार नम्बर के बाहर भी सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाए। वहीं ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने प्लेटफार्म नं.-4 की ओर तानसेन रोड़ के चौड़ीकरण के लिए रेलवे की बाउण्ड्रीवॉल को पीछे खिसकाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि रेलवे के सहयोग से इस रोड़ को फोरलेन बनाया जा सकता है। श्री सिंधिया ने यह भी कहा कि स्टेशन बजरिया की दुकानों को प्रसतावित आईएसबीटी परिसर जैसे स्थानों पर शिफ्ट करें, जिससे दुकानदारों का कारोबार अच्छे ढंग से चल सके।

अध्यक्ष इमरती देवी ने सुनाई समस्या तो ऊर्जा मंत्री ने जोड़े हाथ

बैठक के दौरान लघु उद्योग विकास निगम की अध्यक्ष इमरती देवी ने कहा कि डबर सिविल अस्पताल की स्थिति बहुत खराब है, वहां चिकित्सक तक उपलब्ध नहीं रहते। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था भी खराब है। इस पर ऊर्जा मंत्री ने अध्यक्ष श्रीमती इमरती के हाथ जोड़े और मौके पर ही विद्युत विभाग के अधिकारियों को व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने 1500 आदिवासियों को शुगर मील की जमीन पर पट्टे उपलब्ध कराने की बात भी कही।

एक बार में तैयार करें डीपीआर

रमौआ डैम से जड़ेरूआ बांध तक मुरार नदी के जीर्णोद्धार के प्रोजेक्ट को लेकर केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया नाराज नजर आए और उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक बार में डीपीआर तैयार की जाए।

यह भी हुए निर्णय

नवनिर्मित हजार बिस्तर अस्पताल में सफाई एवु सुरक्षा कर्मियों और मॉड्यूलर ऑपरेशन टेबल इत्यादि के लिए सरकार से बजट दिलाया जाएगा। इसके लिए जिलाधीश को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।

- हैरीटेज स्वरूप बरकरार रखते हुए करें रेलवे स्टेशन का निर्माण व सौंदर्यीकरण।

- मुरार नदी के जीर्णोद्धार के साथ रमौआ व जड़ेरूआ बांध को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करें।

- जयारोग्य के ट्रॉमा सेन्टर के विस्तार के लिए नेत्र रोग विभाग के खाली भवन को करें शामिल।

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