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निजी लैब में निकले संक्रमित तो जीआरएमसी में निगेटिव

दाल बाजार के पिता-पुत्र से चार दिन में वसूले 98 हजार

ग्वालियर, न.सं.। जिले में कोरोना संक्रमितों की जांच में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। जिसको लेकर फिर से एक मामला सामने आया। जिसमें दाल बाजार के व्यापारी पिता-पुत्र की निजी लैब से आई रिपोर्ट में संक्रमित बताया गया। जिस पर उन्हें 3 अगस्त को अपोले के होटल शेल्टर में भर्ती कराया गया। जहां पिता-पुत्र ने एक ही कमरे में भर्ती होने के लिए कहा तो अस्पताल प्रबंधन ने साफ इंकार करते हुए अलग-अलग कमरे में भर्ती किया। भर्ती के दौरान चार अगस्त को दोनों ने दुबारा नमूने दिए, जिसकी रिपोर्ट जीआरएमसी से गुरूवार को निगेटिव आने पर उन्होंने छुट्टी के लिए कहा। इस पर अस्पताल प्रबंधन आनाकानी करने लगा और जब वह छुट्टी के लिए अड़ गए तो दोनों के उपचार का बिल 98 हजार थमा दिया। जिसमें पिता का 59 हजार और पुत्र का 39 हजार बिल दिया गया। व्यापारी के परिजनों का कहना है कि अस्पताल में न तो कोई चिकित्सक देखने आते थे और न ही कोई स्टॉफ। अस्पताल में कोरोना के नाम पर सिर्फ लूट हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि भोजन उसके घर से आया, उसके बाद भी प्रतिदिन 500 रुपए भोजन का लगाया गया।

नहा कर निकले तो फिसला पैर, नहीं पहुंचा स्टाफ

इस मामले में सबसे बड़ी बात तो यह है कि व्यापारी को देखने के लिए कमरे में कोई आता ही नहीं था। इतना ही नहीं गुरुवार की सुबह जब बुजुर्ग बाथरूम में गिर गए तो उन्हें चोट आ गई। इस पर उन्होंने आवाज लगाई तो कोई देखने तक नहीं आया। इस पर दूसरे कमरे में भर्ती बुजुर्ग का बेटा कमरे में पहुंचा और पिता को उठा कर पलंग पर लिटाया।

Updated : 7 Aug 2020 1:01 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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