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पांच महीने बाद दौडऩे लगीं बसें, रक्षाबंधन तक ही चलेंगी

यात्रियों से कर रहे अवैध वसूली

पांच महीने बाद दौडऩे लगीं बसें, रक्षाबंधन तक ही चलेंगी
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ग्वालियर, न.सं.। रक्षाबंधन का त्यौहार तीन अगस्त को मनाया जाने वाला है। इस त्यौहार को मात्र तीन दिन शेष बचे हुए हैं। त्यौहार पर एक स्थान से दूसरे स्थान जाने वाले लोगों के लिए कुछ बस ऑपरेटरों ने बस चलाना शुरू कर दी हैं। यह बसें रेलवे स्टेशन के पास स्थित बस स्टैण्ड और झांसी रोड़ से चल रही हैं। मगर यह बस ऑपरेटर सवारियों से किराया बढ़ाकर वसूल रहे हैं। मान लीजिए यहां से किसी स्थान का किराया 100 रुपए है तो यह बस ऑपरेटर 30 से 40 रुपए बढ़ाकर किराया ले रहे हैं। यह बस ऑपरेटर स्टेशन से तो सवारी कम बैठा रहे हैं, लेकिन आगे जाकर सवारी भरना शुरू कर देते हैं। बसों के अंदर सामान्य दूरी और सेनेटाइजर का उपयोग नहीं हो रहा है। वहीं अभी तक सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान खड़ी रही बसों का कर माफ नहीं किया है।

उल्लेखनीय है कि मार्च माह में लगे लॉकडाउन के कारण मध्यप्रदेश सहित ग्वालियर में बसों का संचालन बंद हो गया था। एक जून से केन्द्र सरकार की गाइड-लाइन के अनुसार लॉकडाउन पांच में ढील मिलने पर दो जून से 50 प्रतिशत यात्री क्षमता के आधार पर बसों का संचालन करना था, लेकिन बस ऑपरेटरों ने बसों का संचालन नहीं किया। बस ऑपरेटरों की शासन से मांग है कि लॉकडाउन के कारण लगभग ढाई माह तक जो बसें खड़ी रहीं थीं उनका कर (टैक्स) माफ किया जाए। लेकिन सरकार ने अभी तक बस ऑपरेटरों की बात को नहीं माना है। इधर बसें नहीं चलने के कारण बस चलाने वाले ड्रायवर व क्लीनर के परिवारों की हालत बिगडऩे लगी है। त्यौहार का समय पास होने के कारण मजबूरी में बस ऑपरेटरों ने बसों को चलाना शुरू कर दिया है। वहीं कई ऑपरेटरों ने सवारी कम मिलने और घाटे के कारण बसों का संचालन शुरू नहीं किया है।

इनका कहना है

'पहले कई बस ऑपरेटरों ने बसें चलाना शुरू की थी लेकिन घाटे के कारण बसें फिर से बंद कर दी। अभी रक्षाबंधन का त्यौहार है, इसलिए कुछ बसों का संचालन शुरू हो गया है।Ó

-एस.पी.एस. चौहान,क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी

'त्यौहार के कारण कुछ बसें चल तो रही हैं, लेकिन इसमें भी घाटा हो रहा है, सवारी कम मिल रही है। रक्षाबंधन के बाद बसों का संचालन बंद हो जाएगा। सरकार ने हमारी मांग भी अभी तक नहीं मानी है।Ó

हेम सिंह यादव, सचिव, बस सर्विस यूनियन

Updated : 31 July 2020 1:01 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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