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गोशाला में 100 टन की क्षमता वाला सीएनजी प्लांट के लिए 31 करोड़ की राशि स्वीकृत

नगर निगम को होगी 6.38 करोड़ की आय

गोशाला में 100 टन की क्षमता वाला सीएनजी प्लांट के लिए 31 करोड़ की राशि स्वीकृत
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ग्वालियर,न.सं.। नगर निगम की लालटिपारा आदर्श गोशाला जल्द ही आत्मनिर्भर बनेगी। इसके लिए गोशाला में 100 टन की क्षमता वाला सीएनजी प्लांट लगाया जा रहा है। इसके लिए इंडियन आयल कारपोरेशन ने 31 करोड़ की राशि स्वीकृत भी कर दी है। यह राशि इंडियन आयल कारपोरेशन खर्च करेगा। प्लांट लग जाने के बाद हर दिन 2500 किलो सीएनजी गैस का उत्पादन होगा। इससे निगम की हर साल लगभग छह करोड़ 38 लाख रुपये की आय होगी। प्लांट लग जाने से स्वच्छ सर्वेक्षण में भी शहर को अच्छे अंक मिलेंगे, क्योंकि इस प्लांट में गीला कचरा एवं शहर की डेयरियों से निकलने वाले गोबर का निस्तारण हो सकेगा। इतना ही नहीं गोशाला लगभग चार करोड़ रुपये की खाद भी बेच सकेगी।

नगर निगम की लालटिपारा आदर्श गोशाला में सीएनजी प्लांट लगाया जाना है। इसके लिए कुछ माह पहले इंडियन आयल कारपोरेशन की टीम ने सर्वे किया था। गोशाला में पहले 50 टन का प्लांट लगाया जाना था, लेकिन निगम आयुक्त ने शहर की डेयरियों से गोबर को एकत्रित कराना शुरू कर दिया है। इससे गोबर की मात्रा बढक़र दोगुनी हो चुकी है । गोशाला में गोबर की मात्रा को देखकर इंडियन आयल कारपोरेशन की टीम ने दोगुनी क्षमता वाला सीएनजी प्लांट लगाने पर सहमति दी। इसके साथ ही शहर की सब्जी मंडियों एवं आमजनों के घरों से निकलने वाले जैविक कचरे, जिनमें सब्जी, फलों के छिलके आदि शामिल हैं, उससे भी सीएनजी बनाई जाएगी।

मुख्य बिंदुओं पर नजर -

-इंडियन आयल कारपोरेशन द्वारा निशुल्क प्लांट तैयार किया जाएगा।

- नगर निगम, पानी, बिजली प्लांट को निशुल्क उपलब्ध कराएगा।

- संधारण एवं रखरखाव नगर निगम करेगा।

- सीएनजी बेचने से जो आय होगी वह नगर निगम को मिलेगी।

- इस आय से नगर निगम गोशाला का खर्च निकाल सकेगा।

- सीएनजी बनने के बाद बचे हुए गोबर का उपयोग जैविक खाद में किया जाएगा।

- जैविक खाद की बिक्री से करीब चार करोड़ रुपये की आमदनी होगी।


Updated : 2 Jun 2022 12:26 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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