हंगामे प्रदर्शन के बाद महाविद्यालयों के प्रवेश पर लगाई रोक, अभाविप ने की तालाबंदी

ग्वालियर, न.सं.। जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से विभिन्न कमियां होने के बाद भी चार महाविद्यालयों को बीएड की संबद्धता देने के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने विवि में मंगलवार को ताला बंदी करते हुए जमकर हंगामा प्रदर्शन किया। हंगाम प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं ने कुलपति व कार्यपरिषद् सदस्यों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। वहीं हंगामे के चलते विवि के अधिकारी दो घंटे तक बाहर की खड़ रहे। हालांकि बाद में विवि ने संबंधित महाविद्यालयों में प्रवेश पर रोक लगा दी है।
अभाविप के महानगर मंत्री विनोद कुशवाह के नेतृत्व में छात्रनेता सुबह 10.30 बजे विवि के प्रशासनिक भवन पहुंचे और सारे गेटों पर ताले डाल कर मुख्य द्वारा पर बैठकर विवि प्रशासन व कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान छात्रनेताओं ने कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि विवि द्वारा टेबल के नीचे से लिफाफे लेकर ऐसे महाविद्यालयों को संबद्धता थमा दी है, जिनमें कोई सुविधाएं ही नहीं हैं। इतना ही नहीं छात्रों ने शिक्षा माफिया प्रशांत परमार के दोनों महाविद्यालयों की संबद्धता तत्काल रद्द किए जाने और बाकी के महाविद्यालयों की जांच भी जल्द से जल्द कराए जाने की मांग की।
वहीं कुलपति प्रो. तिवारी व कुलसचिव मंडेरिया सहित अन्य अधिकारियों की छात्रों के साथ जमकर बहस भी हुई। इधर हंगामा अधिक होते देख प्रो. गणेश दुबे व डॉ. नवनीत गरूण छात्रों के बीच पहुंचे और समझाने का प्रयास किया। इसके बाद छात्र नेताओं ने चारों महाविद्यालय आईडीएल, कराहल, रामराजा व रामाकृष्ण में तत्काल प्रवेश पर रोक लगाए जाने और दस दिन में सभी 18 महाविद्यालयों की जांच कराकर सख्त कार्रवाई करने की मांगी की। जिस पर कुलपति ने कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद छात्र शांत हुए और 12.30 बजे हंगामा प्रदर्शन समाप्त हुआ। छात्र नेताओं ने विवि के कुलपति को चेतावनी दी है कि अगर 9 जून तक महाविद्यालयों का निरीक्षण व जांच सामने नहीं आई तो 10 जून को अभाविप संभाग भर में उग्र आंदोलन करेगी। विरोध प्रदर्शन के दौरान विभाग संगठन मंत्री उपेंद्र तोमर, विनोद कुशवाह, मानवता साहू, सालिनी वर्मा,देशराज,साक्षी मिश्रा,वंशिका कश्यप सहित सहित अन्य मौजूद रहे।
उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त को भेजा पत्र
छात्र नेताओं के हंगामे प्रदर्शन के बाद कुलपति प्रो. शर्मा ने एक घंटे में ही चारों महाविद्यालयों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त को भेजा पत्र भी भेज दिया। इसमें आईडीयल मेहगांव, कराहल ग्वालियर, रामराजा महाविद्यालय दतिया व राधाकृष्ण महाविद्यालय दतिया शामिल हैं। हलांकि उक्त महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए छात्र अपना पंजीयन करा चुके हैं। इसलिए अब छात्रों को किसी महाविद्यालय में मर्ज किया जाएगा।
हंगामे के चलते बाहर ही किए हस्ताक्षर
इधर छात्रनेताओं द्वारा ताला बंदी किए जाने के कारण विवि के अधिकारी प्रशासनिक भवन में नहीं पहुंच सके। इस दौरान डीसीडीसी केशव सिंह गुर्जर के पास एक कर्मचारी बाहर ही दस्तावेज लेकर पहुंचा और हस्ताक्षर कराए।
आयुक्त ने जिलाधीश को भेजा पत्र, राजस्व अधिकारी करेंगे जांच
इधर विवि प्रशासन द्वारा जिन महाविद्यालयों को सम्बद्धता प्रदान की गई है। उन महाविद्यालयों की जांच विवि के अधिकारियों के साथ राजस्व अधिकारी भी करेंगे। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त ने जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को पत्र भी भेजा है। पत्र के माध्यम से आयुक्त ने महाविद्यालयों की जांच के लिए राजस्व अधिकारियों की मांगी की है। जिलाधीश श्री सिंह का कहना है कि आयुक्त द्वारा जांच समिति में राजस्व अधिकारियों को शामिल करने के लिए कहा गया है।
