एक पटवारी के कर दिए दो-दो जिलों में तबादले: सीएम के सामने तबादलों में अनसुनी का दुखड़ा रोने वाले मंत्री के विभाग में आंख मूंद जारी किए आदेश

MP IAS Transfer
X

MP IAS Transfer

नीति का पालन करना ही भूले अधिकारी

भोपाल। कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के सामने तबादलों में अधिकारियों पर अनसुनी का आरोप लगाने वाले राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के विभाग में पटवारियों के आंख मूंदकर तबादला आदेश जारी किए हैं। तबादला अवधि के आखिरी दिन 17 जून को 89 पटवारियों के तबादला आदेश में एक पटवारी जया चौबे का खरगोन से दो अलग-अलग जिलों के लिए तबादला कर दिया। इतना ही नहीं इसी सूची में शिवपुरी से भिंड भेजे गए पटवारी अभिषेक सिंह के तबादला आदेश में नीति का ध्यान नहीं रखा गया। क्योंकि 2022 में इसी पटवारी ने खंडवा से शिवपुरी तबादला किया गया था।

दरअसल, पटवारी जिला कैडर का पद होता है। इसलिए एक जिले से दूसरे जिले के लिए सामान्यत: प्रशासनिक तबादला नहीं होता है। सिर्फ दूसरे जिले में पटवारी का संविलियन होता है। पटवारी तबादला नीति में स्पष्ट उल्लेख है कि सेवा काल में सिर्फ एक बार ही दूसरे जिले में संविलियन कराया जा सकता है। इस बार राजस्व विभाग ने पटवारियों की दो अलग-अलग सूची जारी की। पहली सूची ऑनलाइन माध्यम से आयुक्त भू-अभिलेख ने 14 जून को जारी की।

जिसमें 509 पटवारियों के नाम थे। बताया गया कि इस सूची में भी कुछ ऐसे नाम हैं जिन्होंने पहले भी अपना दूसरे जिले में संविलियन कराया था। आयुक्त भू-अभिलेख ने तबादला नीति की मियाद खत्म होने के आखिरी दिन 17 जून को 89 पटवारियों के ऑफलाइन आदेश जारी किए। इसी सूची में क्रमांक 50 पर जया चौबे को खरगोन से कटनी और क्रमांक 3 पर जया चौबे को खरगौन से जबलपुर पदस्थ किया गया है।

इसी तरह 17 जून को जारी पटवारियों की सूची में क्रमांक 2 पर अभिषेक कुशवाह का शिवपुरी से भिंड पदस्थ किया गया।

इससे पहले 13 नवंबर 2022 को जारी 918 पटवारियों की सूची में क्रमांक 102 पर अभिषेक सिंह कुशवाह को खंडवा से शिवपुरी पदस्थ किया गया था। खास बात यह है कि 2022 की तबादला सूची में नाम अभिषेक सिंह कुशवाह और इस बार की तबादला सूची में नाम अभिषक कुशवाह अंकित है।

मंत्री के अनुमोदन से जारी हुईं सूची

विभागीय सूत्रों ने बताया कि इस बार पटवारियों की दोनों तबादला सूची राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के अनुमोदन के बाद ही जारी की गई हैं। 14 जून को जारी पहली सूची में 509 नाम थे, जो ऑनलाइन जारी की गई। बताया गया कि इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने दूसरी सूची जारी करने से मना कर दिया था। इस बीच 17 जून को कैबिनेट बैठक में मंत्री वर्मा ने मुख्यमंत्री से अधिकारियों पर तबादलों में अनसुनी के आरोप लगा दिए। फिर इसकेे बाद 17 जून की तिथि में 89 पटवारियों की दूसरी सूची जारी की गई।

अधिकारियों ने साधी चुप्पी

पटवारियों का प्रशासनिक नियंत्रण आयुक्त भू अभिलेख के पास हैं। दोनों सूचियां आयुक्त ने ही जारी की। इस संबंध में आयुक्त अनुभा श्रीवास्तव ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। प्रमुख सचिव राजस्व विवेक पोरवाल ने भी इस मामले में चुप्पी साध ली। मंत्री करण सिंह वर्मा की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।

Tags

Next Story