नकली पुलिस बन रेलगाड़ी में लूट करने वाले दबोचे
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चार आरोपियों से डेढ़ करोड़ से अधिक नकदी बरामद
भोपाल/विशेष संवाददाता। नकली पुलिस बनकर महादनगरी एक्सतप्रेस में लूट करने वाले गिरोह को मध्यप्रदेश रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटी गई राशि से डेढ़ करोड़ रूपये से अधिक नगदी भी बरामद कर ली है।
अतिरिक्ति पुलिस महानिदेशक मध्य प्रदेश रेलवे श्रीमती अरूणा मोहन राव ने बताया कि रेलवे पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई के साथ-साथ एसटीएफ द्वारा भी अलग कोणों से इस घटना की जांच कराई जाएगी, जिससे यह पता चल सके कि रेलगाड़ी में चोरी की गई धनराशि किस उद्देश्य से ले जाई जा रही थी। साथ ही यह धनराशि वैध थी या अवैध। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सिंह ने भी विगत दिवसं रेलवे पुलिस बल के वरिष्ठ अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों की बैठक लेकर रेलवे स्टेशन व रेलगाडिय़ों में सघन निगरानी रखने के निर्देश दिए थे। आदेश के परिपालन में रेलवे पुलिस द्वारा सजग रहकर जांच की जा रही थी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मध्य प्रदेश रेलवे श्रीमती राव ने बताया कि फरियादी के अनुसार विगत 13 मार्च को महानगरी एक्सीप्रेस में पुलिस की वर्दी पहने चार लडक़े सवार हुए थे। इनमें से एक लडक़ा पुलिस उप निरीक्षक की वर्दी पहने हुए था। इस रेलगाड़ी के कोच एस-10 में यात्रा कर रहे फरियादी विकास यादव को पुलिस की वर्दी पहने हुए इन लडक़ों ने चैकिंग के नाम पर बातों में उलझाया और दो साथियों ने बैग चोरी कर लिया। फरियादी द्वारा 19 मार्च को लिखाई गई रिपोर्ट में 5 लाख रूपये, कपड़े व अन्य सामान होना बताया था। फरियादी का कहना था कि भोपाल निवासी चेतन द्वारा बताए गए स्थान पर वह यह सामान ले जा रहा था। रेलवे पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज एवं सायबर सेल की तकनीकी सहायता से दमोह निवासी संदिग्ध आरोपी अक्षय कुंदवानी एवं उसके भाई देवेश के घर दबिश देकर दोनों को अपनी गिरफ्त में लिया। इसी दौरान अहमदाबाद के प्रार्थी मेहुल पटेल द्वारा जीआरपी थाना खंडवा में रिपोर्ट लिखाई कि वह अपनी कंपनी के नगद तीन करोड़ लेकर उसी तिथि को महानगरी एक्सरप्रेस से मुंबई की यात्रा कर रहा था। पुलिस की वर्दी पहने चार लोगों ने उसे बातों में उलझा कर उसके तीन करोड़ रूपये चुरा लिए हैं।
घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने विशेष रणनीति बनाकर आरोपियों की गिरफ्तारी व नगदी बरामदी के निर्देश जीआरपी खंडवा की टीम को दिए। संदिग्ध आरोपी अक्षय एवं उसके भाई देवेश से गहन पूछताछ करने पर स्वीकार किया कि तीन अन्य साथी संजय जाटव निवासी पचोर राजगढ़, नारायण निवासी ईटारसी एवं मोनू सिंधी निवासी भोपाल के साथ मिलकर दोनों घटनाओं को अंजाम दिया हैं। मध्याप्रदेश रेलवे पुलिस ने दोनों मामलों में एक करोड़ 51 लाख 60 हजार रूपये बरामद कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। साथ ही आगे की कार्रवाई जारी है। श्रीमती राव ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी व नगदी बरामद करने की कार्रवाई में शामिल रेलवे पुलिस की टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।
Naveen Savita
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