पर्दे के पीछे छुपे दिग्विजय ने पार्टी के नाम पर फैलाई झोली
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विधानसभा में बोले थे, मैं प्रचार करूंगा तो पार्टी के वोट करेंगे...
भोपाल/विशेष संवाददाता। मध्यप्रदेश में दस साल के शासनकाल में मिस्टर बंटाधार का उपनाम लेकर विदा हुए दिग्विजय सिंह ने भलें स्वयं भोपाल लोकसभा की सीट मांगी हो, लेकिन प्रत्याशी के रूप में वह भोपाल की जनता से अपने लिए ही वोट नहीं मांग पा रहे हैं। भोपाल में चुनाव प्रचार आरंभ होने से पहले कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में पार्टी प्रतिनिधियों के सामने उन्होंने स्पष्ट किया कि भोपाल से चुनाव वह स्वयं नहीं, कांग्रेस और पार्टी के कार्यकर्ता लड़ रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के 'शक्ति' एप से जुड़े भोपाल लोकसभा क्षेत्र के प्रतिनिधियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुझ जैसे कांग्रेस कार्यकर्ता को जहां से चुनाव लडऩे का अवसर मिला है, उसका नेतृत्व डॉ. शंकर दयाल शर्मा जैसे महान व्यक्ति ने किया है। यह चुनाव दिग्विजय सिंह नहीं कांग्रेस पार्टी लड़ रही है। चुनौती हमारे सामने है। भाजपा कहती है कि बहुत कमजोर उम्मीदवार भोपाल को दिया है, लेकिन भाजपा अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं कर पायी है। मैं न डरता हूं न घौंस में आता हूं, जहां से कहो निपटने तैयार हूं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे वाट्स एप ग्रुप बनाएं और भाजपा के झूठ का पर्दाफाश करें। 'शक्ति' के माध्यम से सच्चाई जन-जन तक पहुंचाएं। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्साह और उमंग के साथ चुनाव लड रहा हूं। उन्होंने प्रत्येक कांग्रेसी से आग्रह किया कि वे अपने-अपने घरों पर कांग्रेस का झंडा लगाकर झंडा अभियान चलायें। उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाइस देते हुए कहा कि कोई नारेबाजी नहीं करेगा, जिंदाबाद नहीं बोलेगा। जिंदाबाद करना ही है तो गांधी, नेहरू, आजाद, सरदार पटेल, अम्बेडकर, शास्त्री जी, शंकरदयाल शर्मा, इंदिरा जी, राजीव जी, अर्जुनसिंह, सोनिया जी और राहुल गांधी के लिए करें। फ्लेक्स के चक्कर में ज्यादा नहीं पड़ें। हम जमीन पर लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि 'नो चुगली' और 'नो चमचागिरी'। बैठक में कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
Naveen Savita
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