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दिल्ली में तय होंगे भाजपा प्रत्याशियों के नाम

दिल्ली में तय होंगे भाजपा प्रत्याशियों के नाम
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अंदर बैठक, बाहर विरोध, उम्मीदवार तय नहीं कर सकी प्रदेश चुनाव समिति

भोपाल/राजनीतिक संवाददाता।लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशियों के नाम तय करने हेतु प्रदेश चुनाव संचालन समिति की बैठक मंगलवार 19 मार्च को प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई। बैठक में जहां समिति के पदाधिकारियों द्वारा अपने परिजनों एवं प्रदेश के अन्य कई भाजपा नेताओं ने भी स्वयं के लिए एवं परिजनों के लिए टिकट की मांग किए जाने से बात बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि बैठक में एक भी सीट पर निर्विवाद रूप से प्रत्यासी का नाम तय नहीं हो सका है। बताया जा रहा है कि प्रदेश की सभी 29 पर एक से अधिक नाम भाजपा की केन्द्रीय चुनाव संचालन समिति को भेजे गए हैं। बताया जा रहा है कि आगामी दो-तीन दिन में दिल्ली की बैठक में प्रत्याशियों के नाम तय होंगे तथा क्रमश: इनकी घोषणा भी की जाएगी।

भाजपा की प्रदेश चुनाव संचालन अभियान समिति की बैठक मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय के बैठक कक्ष में दरवाजा बंद करके हुई। बैठक में प्रदेश की सभी 29 सीटों पर एक-एक कर चर्चा हुई तथा प्रमुख दावेदारों के नाम रखे गए। लेकिन एक भी सीट पर प्रत्याशी का नाम तय नहीं हो सका। भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने बैठक के बाद प्रेस से चर्चा में बताया कि बैठक में सभी सीटों पर संभावित दावेदारों को लेकर चर्चा तो हुई, लेकिन किसी भी नाम पर अंतिम सहमति नहीं बन सकी। बैठक में प्रत्येक सीट पर संभावित मजबूत दावेदारों की सूची तैयार की गई है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह इस सूची को लेकर दिल्ली जाएंगे। दिल्ली में केन्द्रीय चुनाव समिति प्रत्याशी को लेकर अंतिम निर्णय करेगी। प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में समिति के पदाधिकारियों के अलावा किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया। लेकिन बताया जा रहा है कि बैठक में शामिल कुछ पदाधिकारियों ने अपने बेटे-बेटी और परिजनों के नाम भी मजबूत दावेदार के रूप में रखे हैं। खास बात यह रही कि बैठक में शामिल होने सिर्फ समिति के पदाधिकारियों को पहुंचना था, लेकिन सुबह से ही भाजपा कार्यालय पर दावेदारों और उनके परिजनों व समर्थकों की भीड़ एकत्रित हो गई।

इनमें कई वर्तमान सांसद, पूर्व सांसद और पूर्व प्रत्याशी तक शामिल थे। भाजपा कार्यालय में कुछ ऐसे वर्तमान सांसद भी पहुंचे थे, सर्वे के आधार पर इस बार जिनके नाम काटे जाने की चर्चा चल रही है। भाजपा कार्यालय के बैठक कक्ष में जहां चुनाव समिति की बैठक चल रही थी तो बाहर कार्यालय परिसर में कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जमा थी। इस दौरान राजगढ़ से आए पूर्व विधायक संतोष जोशी व उनके समर्थकों ने भाजपा कार्यालय में विरोध जताते हुए नारेबाजी भी की। बैठक के बाद सभी पदाधिकारी एक-एक कर रवाना हो गए। सभी ने कहा कि बैठक में प्रत्याशियों के नाम तय नहीं हो सके हैं। संभावितों की सूची दिल्ली भेजी जा रही है, जहां केन्द्रीय चुनाव समिति अंतिम निर्णय करेगी। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल जी, भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे, लोकसभा प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह, संगठन महामंत्री सुहास भगत, पूर्व मंत्री विक्रम वर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत, लोकसभा सह प्रभारी डॉ. अनिल जैन, फग्गन सिंह कुलस्ते, राज्यसभा सांसद प्रभात झा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, नंद कुमार सिंह चौहान, भूपेन्द्र सिंह, भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लता ऐलकर, सत्यनारायण जटिया सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

भार्गव का बेटे, बिसेन की बेटी दावेदार

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अपने पुत्र अभिषेक भार्गव के लिए सागर लोकसभा क्षेत्र से और पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन अपनी बेटी मौसम बिसेन के लिए टिकट की मांग की है। दोनों ही नेताओं का कहना है कि उनके बच्चे युवा, उच्च शिक्षित, लोकप्रिय तथा राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं। ऐसी स्थिति में क्षेत्र में उनकी दावेदारी बनती है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी श्रीमती साधना सिंह के विदिशा लोकसभा सीट से दावेदारी की चर्चाएं भी हैं। हालांकि विधायकों और वरिष्ठ नेताओं द्वारा उनकी परिजनों के लिए दावेदारी किए जाने का क्षेत्र के अन्य दावेदारों द्वारा खुला विरोध किया जा रहा है। विधायकों और नेता पुत्रों द्वारा टिकट मांगे जाने संबंधी सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं को टिकट मांगने का अधिकार। वहीं टिकट दावेदारों के नामों पर चर्चा कर संभावित दावेदारों के नाम केन्द्रीय समिति को भेजने का काम प्रदेश चुनाव समिति ने किया है। केन्द्रीय चुनाव समिति अंतिम मोहर लगाएगी। गुना और छिंदवाड़ा सीट पर प्रत्याशी कौन होंगे? सवाल के उत्तर में प्रभात झा ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस 20-25 सीटों पर प्रत्याशी खोज नहीं पा रहे हैं, वहीं हमारी कोशिश होगी कि मजबूत प्रत्याशी इन दोनों सीटों पर उतारे जाएंगे।

साधना सिंह को टिकट का विरोध

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी श्रीमती साधना सिंह की विदिशा से लोकसभा टिकट की दावेदारी का उन्हीं के एक रिस्तेदार और भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश पदाधिकारी रवीश चौहान ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि साधना सिंह चुनाव मैदान में उतरीं तो वह स्वयं उनके खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह बुधनी से और साधना सिंह विदिशा से दोवदारी जता रहे हैं तो आम कार्यकर्ता कहां जाएगा। रवीश चौहान ने कहा कि विदिशा से शिवराज सिंह चौहान के अलावा कोई भी चुनाव लड़ेगा, उसका क्षेत्र में विरोध होगा। साधना सिंह अगर जिताऊ प्रत्याशी हैं तो उन्हें गुना या छिंदवाड़ा जैसी किसी कठितन सीट से चुनाव लडऩा चाहिए, आसान सीट से कोई भी लड़ सकता है। उन्होंने कहा कि साधना सिंह लड़ीं चुनाव तो शिवराज सिंह पर वंशवाद का आरोप लगेगा। अगर साधना सिंह चुनाव लडऩा चाहती हैं तो उन्हें खुद आगे आकर दावेदारी करना चाहिए।

Updated : 19 March 2019 4:55 PM GMT
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Naveen Savita

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