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लक्ष्मण सिंह के बाद मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का विवादित बयान

लक्ष्मण सिंह के बाद मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का विवादित बयान
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नहीं थम रही कांग्रेस की गुटबाजी एक के बाद एक नेता दे रहे विवादित बयान

भोपाल/राजनीतिक संवाददाता। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के अन्दर चल रही आपसी खींचतान दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कांग्रेस की गुटबाजी के हालात यह हैं कि आए दिन नेता पार्टी के अनुशासन को तार-तार करते देखे जाते हैं। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अनुज लक्ष्मण सिंह ने ही चुनाव से पहले पर्यवेक्षक भेजने की परंपरा पर सवाल उठाते हुए ट्वीट कर विवाद खड़ा किया, तो शनिवार को प्रदेश सरकार के लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इंदौर लोकसभा क्षेत्र को लेकर कहा कि पार्टी के नेता इस सीट को गंभीरता से नही ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार हम इंदौर सीट जीतने की स्थिति में हैं, लेकिन हाल में हुई घटना नेताओं का गंभीरता नहीं होने का उदाहरण है। इंदौर लोकसभा सीट को हमारी पार्टी और नेताओं ने कभी गंभीरता से नहीं लिया। वर्मा के इस बयान के बाद पार्टी में हड़कंप मच गया है।

बीते दिनों दिग्विजय इंदौर पहुंचे थे और उन्होंने दावेदारों को लेकर कार्यकर्ताओं की राय जानी। इस बीच दिग्गी ने विनय बाकलीवाल से पूछ लिया कि क्या तुम लोकसभा लड़ना चाहते हो। इच्छा है तो बोलो, मैं सीएम से बात करता हूं। इसी बीच कमलनाथ का उनको फोन आ गया। दिग्विजय ने फोन पर स्पीकर ऑन कर के बात करते हुए सीएम से बाकलीवाल की उम्मीदवार राय मांगी। जिस पर कमलनाथ ने उन्हें कमजोर उम्मीदवार करार दिया। जब दिग्विजय ने कमलनाथ को बताया कि फोन स्पीकर पर है तो कमलनाथ ने कहा कि अच्छा उम्मीदवार रहेगा। इसको लेकर अभी मामला ठंड़ा ही हुआ था कि अब वर्मा ने बयान देकर फिर राजनीति गर्मा दी है। लोक निर्माण मंत्री मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने अपने ही नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता के नाते दिग्विजय सिंह को ऐसा नहीं करना था। ऐसा करने से संदेश गलत जाता है। वैसे भी लोकसभा चुनाव के टिकट के लिए नियम और गाइडलाइन है। सभी वरिष्ठ नेताओं के समन्वय से टिकट तय होता है।

वही उन्होंने पार्टी नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने इंदौर सीट को कभी गंभीरता से लिया ही नहीं। अभी जो दो तीन दिन में घटनाक्रम हुए, वह इस बात के संकेत हैं। मुख्यमंत्री काफी वरिष्ठ और गंभीर राजनेता हैं, जिन्होंने राजनीतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। मै चाहता हूं कमलनाथ इंदौर प्रत्याशी चयन अपने विश्वस्त लोगों की सलाह से करे। अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर वर्मा ने हलचल मचा दी है।

लक्ष्मण सिंह ने क्या ट्वीट किया था

अक्सर अपने बयानों और अपनी ही पार्टी और सरकार पर सवाल उठाने को लेकर सुखिऱ्यों में रहने कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अनुज लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर पार्टी पर निशाना साधा था। कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने अपनी ही पार्टी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये थे। कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने चुनाव से पहले पर्यवेक्षक भेजने की परंपरा पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था चुनाव से कुछ समय पहले,पार्टी के पर्यवेक्षक आ जाते हैं, जो अधिकतर वोट घटा देते हैं, इन्हें देखकर एक फिल्म की याद आती है, हम, तुम और वो हम याने नेता, तुम पूज्यनीय मत दाता, वो याने-------। लक्ष्मण ने अपने ही अंदाज में फिर शब्दों के बाण चलाये थे। जिससे एक बार फिर उनके ट्वीट की चर्चा शुरू हो गई। उनके ट्वीट के अलग-अलग मायने निकाले जाने लगे थे। यह ट्वीट ऐसे समय आया था, जब दिल्ली में टिकट को लेकर मंथन चल रहा है और राजगढ़ से उनके बड़े भाई का नाम आगे चल रहा है, साथ ही दावेदार भी टिकट के लिए जोर लगा रहे हैं।

Updated : 16 March 2019 3:20 PM GMT
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Naveen Savita

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