Home > राज्य > मध्यप्रदेश > भोपाल > कांग्रेस नेताओं को वैक्सीन पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं : नरोत्तम मिश्रा

कांग्रेस नेताओं को वैक्सीन पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं : नरोत्तम मिश्रा

कांग्रेस नेताओं को वैक्सीन पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं : नरोत्तम मिश्रा
X

भोपाल। कोरोना टीकाकरण अभियान को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा लगातार की जा रही बयानबाजी पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा की कमलानाथ और कांग्रेस नेताओं को कोरोना वैक्सीन पर बयानबाजी और सवाल उठाने का अधिकार नहीं है।

गृहमंत्री मिश्रा ने एक के एक तीन ट्वीट कर निशाना साधा। उन्होंने कहा की कोरोना वैक्सीन के मुद्दे पर कांग्रेस कमलनाथ को सवाल उठाने का अधिकार नहीं है,जिनकी सरकारों ने पोलियो और चेचक की वैक्सीन बनाने में बरसों लगा दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैज्ञानिकों ने महामारी की वैक्सीन सालों में नहीं दिनों में बना दी।उन्‍होंने अगले ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश कोरोना से सामूहिक रूप से मुकाबला कर रहा है। प्रधानमंत्री ने 18 साल से अधिक उम्र वाले सभी लोगों को केंद्र सरकार की तरफ से फ्री वैक्‍सीन मुहैया कराने का निर्णय लिया है।

ट्वीट के लिए मुद्दे तलाशना -

प्रदेश में मुख्यमंत्री रहते कमलनाथ जी ने पत्रकारों व मीडिया के साथ न्याय नहीं किया। जब वे मुख्यमंत्री पद से हटे तो उन्हें पत्रकारों से माफी मांगनी पड़ी थी। उन्होंने पत्रकारों को भाजपा और कांग्रेस में बांटा है। मैं भरोसा दिलाता हूं कि किसी का कुछ नहीं छिनेगा,न कोई बेरोजगार होगा।कांग्रेस और इसके नेताओं का एकसूत्री काम सिर्फ ट्वीट के लिए मुद्दे तलाशना है। कुछ नहीं मिल रहा तो अब डीजल, पेट्रोल को मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें याद होना चाहिए कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में वादा किया था कि यदि सरकार बनेगी तो दाम कम करेंगे। सरकार बनी, लेकिन डीजल-पेट्रोल के दाम घटाना तो दूर और बढ़ा दिए। इस मुद्दे पर बोलने से पहले कांग्रेस को अपने गिरेबां में जरूर झांकना चाहिए।

संक्रमण दर घटकर 0.7% हुई -

डॉ. मिश्रा ने कहा कि कोरोना संक्रमण से मुकाबले में अब प्रदेश जीत रहा है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 535 नए मामले सामने आए हैं,जबकि 1376 लोग स्वस्थ होकर घर गए हैं। प्रदेश में संक्रमण दर घटकर अब 0.7% रह गई है,वहीं रिकवरी रेट 98% तक पहुंच गया है। प्रदेश में वर्तमान में एक्टिव केसों की संख्या 7983 है। मिश्रा के अनुसार प्रदेश में मुख्यमंत्री रहते कमलनाथ ने पत्रकारों व मीडिया के साथ न्याय नहीं किया। जब वे मुख्यमंत्री पद से हटे तो उन्हें पत्रकारों से माफी मांगनी पड़ी थी। उन्होंने पत्रकारों को भाजपा और कांग्रेस में बांटा है। मैं भरोसा दिलाता हूं कि किसी का कुछ नहीं छिनेगा,न कोई बेरोजगार होगा।

Updated : 12 Oct 2021 10:29 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

Prashant Parihar

पत्रकार प्रशांत सिंह राष्ट्रीय - राज्य की खबरों की छोटी-बड़ी हलचलों पर लगातार निगाह रखने का प्रभार संभालने के साथ ही ट्रेंडिंग विषयों को भी बखूभी कवर करते हैं। राजनीतिक हलचलों पर पैनी निगाह रखने वाले प्रशांत विभिन्न विषयों पर रिपोर्टें भी तैयार करते हैं। वैसे तो बॉलीवुड से जुड़े विषयों पर उनकी विशेष रुचि है लेकिन राजनीतिक और अपराध से जुड़ी खबरों को कवर करना उन्हें पसंद है।  


Next Story
Top