शिवपुरी में अंतरराज्यीय भू-माफिया गिरोह सक्रिय: किसानों की 150 बीघा जमीन के तैयार किए फर्जी अनुबंध पत्र…

भोपाल। प्रदेश के शिवपुरी जिले में अंतरराज्यीय भू-माफिया गिरोह के सक्रिय होने का मामला सामने आया है। यह गिरोह किसानों एवं अन्य विवादित सरकारी भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार करके बेचने की फिराक में है। ताजा मामला शिवपुरी तहसील के गोपालपुर पटवारी हलका के गोलारका गांव का सामने आया है। जहां भूमाफिया ने जालसाजी करके किसानों की करीब 150 बीघा जमीन के फर्जी अनुबंध पत्र तैयार कर लिए हैं।
खास बात यह है कि जमीन का सौदा करने वाला सलीम खान ग्वालियर का रहने वाला है।
गोलारका गांव में स्थानीय किसानों की जमीनें हैं। बताया गया कि जालसाजों ने हर किसान के नाम से फर्जी अनुबंध तैयार किया है। जिसमें किसान का फर्जी आधार, फर्जी साइन एवं फर्जी फोटो का उपयोग किया गया है।
जिला प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए उच्च स्तरीय जांच शुरू की है। पुलिस थाना गोपालपुर में भी जालसाजी करके फर्जी अनुबंध पत्र तैयार करने की शिकायत दर्ज हुई है। जिसकी पड़ताल की जा रही है। अनुबंधपत्रगृहिता सलीम खान और साक्षी अब्दुल बहीद ग्वालियर के रहने वाले हैं। जबकि एक अन्य साक्षी माखन वर्मा शिवपुरी का है।
जिन लोगों को फर्जी किसान बताया है, वे शिवपुरी के अलग-अलग गांव के बताए हैं। हालांकि यह जांच के बाद स्पष्ट होगा। इस संबंध में शिवपुरी जिलाधीश रवीन्द्र चौधरी ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
मंदिर, श्मशान, तालाब की 1500 बीघा जमीन का नामांतरण
शिवपुरी से भाजपा विधायक देवेन्द्र जैन से जिले के सुरवाया क्षेत्र में वन विभाग, तालाब, श्मशान और तालाब की 1500 बीघा जमीन का गलत नामांतरण करने का मामला उठाया है। विधायक जैन के वीडियो के अनुसार, शिवपुरी के अनुभाग अधिकारी उमेश कौरव ने जमीनों के मामले में जमकर भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने कहा कि एसडीएम ने तालाब की जमीन को भी असिंचित बताकर नामांतरण कर दिया है। एसडीएम ने एक प्रकरण में एक दिन तीन-तीन निर्णय दिए हैं।
भाजपा विधायक जैन के बाद 1500 बीघा जमीन के गलत नामांतरण के दस्तावेज उपलब्ध है। जिन्हें लेकर वे जल्द मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और मुख्य सचिव अनुराग जैन से मिलने वाले है। हालांकि इस संबंध में विधायक जैन पिछले दिनों दिल्ली जाकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर चुके हैं। इस घटनाक्रम के बाद जिलाधीश शिवपुरी ने अनुविभाग अधिकारी उमेश कौरव को हटा दिया है। हालांकि जैन ने बताया कि तबादला कोई सजा नहीं है। जांच के बाद सजा मिलेगी। इसके वे अंजाम तक पहुंचाकर रहेंगे।
सिंधिया स्टेट की है जमीन
शिवपुरी के स्थानीय लोगों ने बताया कि सुरवाया की जिस 1500 बीघा जमीन का नामांतरण किया गया है, वह सिंधिया स्टेट के समय की है। जमीन आंग्रे के नाम पर थी, जिसका उन्होंने नामांतरण नहीं किया। इस वजह से जमीन विवादित हो गई। अब हाल ही में उसका नामांतरण भोपाल की फर्म के साथ हेा गया है। इस पूरे मामले में बड़े भ्रष्टाचार की बू आ रही है। विधायक का दावा है कि जमीन से संबंधित दस्तावेज उनके पास हैं।
