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सरकार ने डॉ अरुणा कुमार को 24 घंटे में GMC से हटाया, जूनियर डॉक्टर के विरोध के बाद त्वरित कार्रवाई

जूडा ने डॉ. अरुणा कुमार की पोस्टिंग के आदेश निरस्त करने के लिए शुक्रवार दोपहर दो बजे तक अल्टीमेटम दिया था।

सरकार ने डॉ अरुणा कुमार को 24 घंटे में GMC से हटाया, जूनियर डॉक्टर के विरोध के बाद त्वरित कार्रवाई
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भोपाल। भोपाल के गाँधी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की मौत के बाद विवादों में आई डॉ डॉ. अरुणा कुमार को हटा दिया गया था। लेकिन हाल ही में उनकी वापसी हो गए थी .उन्हें स्वास्थ्य विभाग से वापस गांधी मेडिकल कॉलेज में गायनिक डिपार्टमेंट का HOD बनाया गया था। इस आदेश के बाद जूनियर्स डॉक्टर्स ने हड़ताल शुरू कर दी थी। प्रदर्शन देख सरकार ने 24 घंटे में ही डॉ अरुणा कुमार को एक बार फिर हटा दिया। । उनको वापस मेडिकल एजुकेशन डायरेक्टरेट भेजा गया है। इसके बाद उन्हें हटाने की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टर्स शुक्रवार सुबह से काम पर लौट आए हैं।


बता दें कि डॉ. अरुणा को जूनियर डॉक्टर बाला सरस्वती सुसाइड केस में एचओडी और प्रोफेसर पद से हटा दिया गया था। डॉ. बाला के परिजन ने उन पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। उनके अलावा कुछ सीनियर डॉक्टर ने भी चिट्ठी लिखकर सीएम से उनकी शिकायत की थी। इसके बाद डॉ. अरुणा को चिकित्सा शिक्षा संचालनालय में अटैच कर दिया गया था। लेकिन बुधवार को डॉ. अरुणा कुमार को गायनेकोलॉजी डिपार्टमेंट में प्रोफेसर के रूप में फिर से पोस्टिंग दे दी गई थी। डॉ. अरुणा कुमार की पोस्टिंग होते ही जूडा ने इसका विरोध शुरू कर दिया था।

अल्टीमेटम दिया


जूडा ने डॉ. अरुणा कुमार की पोस्टिंग के आदेश निरस्त करने के लिए शुक्रवार दोपहर दो बजे तक अल्टीमेटम दिया था। लेकिन उनकी पोस्टिंग के आदेश इससे पहले ही निरस्त कर दिए गए हैं और उन्हें वापस चिकित्सा शिक्षा संचालनालय में अटैच कर दिया गया है। इसकी जानकारी प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने ट्वीट करके दी है। गौरतलब है कि कॉलेज के अलग-अलग 28 डिपार्टमेंट में 450 जूनियर डॉक्टर हैं और शुक्रवार से सभी काम पर वापस आ गए हैं।

Updated : 11 Jan 2024 6:56 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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