भविष्य निधि से अवैध कमाई करने वालों पर प्रवर्तन निदेशालय की बड़ी कार्रवाई: पूर्व अधिकारी और सहयोगियों की 50.80 लाख की संपत्तियां कुर्क…

भोपाल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बुधवार, 8 जुलाई को बड़ी कार्रवाई करते हुए भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के पूर्व प्रवर्तन अधिकारी श्यामलाल अखंड और उनके सहयोगियों की लगभग 50.80 लाख रुपये कीमत की संपत्तियां कुर्क की हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने श्यामलाल अखंड और सहयोगियों के खिलाफ यह कार्रवाई धन-शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले में है। जांच में खुलासा हुआ है कि वर्ष 2009 से 2019 के बीच भविष्य निधि संगठन कार्यालय में पदस्थ रहते आरोपी अधिकारी श्याम लाल अखंड भ्रष्टाचार में लिप्त रहे और उन्होंने अपनी वैध आय से अधिक संपत्ति अर्जित की
उन्होंने अवैध रूप से अर्जित धन का उपयोग कर अपने और परिवार के नाम पर जमीन और अन्य संपत्तियां खरीदीं। उनके पारिवारिक बैंक खातों में भी बड़ी मात्रा में नकद राशि मिली है।
इंदौर और उज्जैन की संपत्तियां शामिल
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कुर्क की गई संपत्तियों में उज्जैन के नलवा गांव की कृषि भूमि और इंदौर के जख्या क्षेत्र की एमरॉल्ड सिटी में स्थित एक आवासीय भूखंड शामिल हैं, जिनकी कुल अनुमानित कीमत करीब 51 लाख रुपये है।
वेतन, किराया और खेती से बताई आय
आरोपी पूर्व अधिकारी अखंड ने अपनी आय के स्रोत के रूप में वेतन, किराया और खेती को बताया, लेकिन ईडी के सामने वे इस कमाई को लेकर ठोस दस्तावेज नहीं पेश कर सके। यह जांच सीबीआई और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) द्वारा दर्ज दो प्राथमिकी के आधार पर शुरू की गई थी। छह साल पहले सीबीआई की छापेमारी में यह तथ्य सामने आया था कि अखंड ने एक निर्माण कंपनी से पीएफ गड़बड़ी को दबाने के लिए पांच लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
