रायसेन से अपहरण, छिंदवाड़ा में बरामद: कांग्रेस विधायक के पोते को रिश्तेदार ने ही किया अगवा

कांग्रेस विधायक के पोते को रिश्तेदार ने ही किया अगवा
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रायसेन/छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र पटेल के दो वर्षीय पोते दिव्यम के अपहरण से सनसनी फैल गई थी। यह घटना गुरुवार सुबह बेगमगंज तहसील के पालोहा गांव स्थित विधायक निवास पर घटी, जब दिव्यम खेलते-खेलते रहस्यमयी तरीके से लापता हो गया।

पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए डॉग स्क्वॉड, ड्रोन, साइबर सेल और सीसीटीवी फुटेज की मदद से करीब 200 किमी दूर छिंदवाड़ा के तामिया से दिव्यम को सकुशल बरामद कर लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि अपहरण का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि परिवार का ही एक रिश्तेदार निकला।

दो साल का मासूम, पलभर में गायब

दिव्यम, जो विधायक के भतीजे योगेंद्र पटेल का बेटा है, गुरुवार को सुबह करीब 11:00 बजे अपने घर के पिछले आंगन में खेल रहा था। तभी वह अचानक लापता हो गया। घर की महिलाओं ने काफी खोजबीन की लेकिन जब कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। विधायक देवेंद्र पटेल के परिवार में इस घटना से कोहराम मच गया।

ताबड़तोड़ पुलिस कार्रवाई, हाईटेक सर्च ऑपरेशन

घटना की गंभीरता को देखते हुए रायसेन पुलिस ने तत्काल गुमशुदगी और अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी।

- पुलिस ने डॉग स्क्वॉड, ड्रोन, और सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया।

- 15 से अधिक नौकरों और पड़ोसियों से पूछताछ की गई।

- इलाके में नाकेबंदी कर वाहन चेकिंग शुरू की गई।

- साइबर टीम ने मोबाइल कॉल डिटेल और लोकेशन ट्रैकिंग से अहम सुराग जुटाए।

- एक फुटेज में दिव्यम को सुबह 11:02 बजे आखिरी बार घर के आंगन में देखा गया था, जिसके बाद से उसकी कोई लोकेशन नहीं मिल पाई।

200 किमी दूर मिला मासूम, परिवार में लौटी खुशी

लगातार ट्रेसिंग के बाद पुलिस की टीम छिंदवाड़ा जिले के तामिया तक पहुंची, जहां दिव्यम को एक रिश्तेदार की मदद से अगवा किया गया था। फिरौती की योजना के तहत इस पूरे अपहरण की साजिश रची गई थी। पुलिस ने दिव्यम को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

जैसे ही दिव्यम पालोहा गांव लौटे, पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। बच्चे का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया।

पुलिस ने बताया ‘मिशन सक्सेसफुल’

रायसेन एसपी पंकज पांडे ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया,

“यह हमारे लिए इमोशनल और क्रिटिकल केस था। बच्चे की सलामती हमारी पहली प्राथमिकता थी। तकनीकी संसाधनों और टीमवर्क की वजह से यह संभव हो पाया।”

विधायक देवेंद्र पटेल ने जताया आभार

अपने पोते की वापसी के बाद विधायक देवेंद्र पटेल ने मीडिया से कहा,

“यह किसी बुरे सपने जैसा था। प्रशासन ने जो तत्परता दिखाई उसके लिए मैं आभार प्रकट करता हूं। अब हम बस चाहते हैं कि न्याय हो।”

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