Home > राज्य > मध्यप्रदेश > भोपाल > सोशल मीडिया पर फिर ट्रोल हुए कमलनाथ

सोशल मीडिया पर फिर ट्रोल हुए कमलनाथ

चीन से मप्र के छात्रों को लौटाने का मुख्यमंत्री ने लिया श्रेय तो लोगों ने रीट्वीट कर बताई सच्चाई

भोपाल, विशेष संवाददाता। शनिवार को केन्द्रीय आम बजट पर ट्वीट के माध्यम से नकारात्मक प्रतिक्रिया देने पर मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ को लोगों ने खुलकर अपमानित किया तो रविवार को भारत सरकार द्वारा चीन से लौटाए गए 324 भारतीयों में मप्र के एक मुस्लिम सहित तीन छात्रों के वापस लौटने का श्रेय लेने पर भी लोगों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को खूब ट्रोल किया। लोगों ने रीट्वीट कर जहां उनके ट्वीट को झूंठा श्रेय लेने की बात कही। वहीं मप्र के अतिथि विद्वानों सहित अन्य लोगों ने उन्हें वचन पत्र के वायदे भूलने का आरोप लगाया। वहीं कुछ लोगों ने सीएए के विरोध को कांग्रेस द्वारा समर्थन दिए जाने पर भी अपनी भड़ास निकाली है। इतना ही नहीं कांग्रेस के छात्र संगठन भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के एक जिलाध्यक्ष तक ने प्रदेश में होमगार्ड जवानों का पत्र पोस्ट कर मुख्यमंत्री से पूछ लिया कि अपनी सरकार में मुझसे सवाल पूछा जा रहा है, मैं अपने भाई को क्या जवाब दूं।

मुख्यमंत्री ने यह किया ट्वीट -

'कोरोना वाइरस के संक्रमण को देखते हुए चीन से पहली खेप में एयरलिफ्ट कर भारत लाए गए 324 भारतीयो में प्रदेश के खरगोन के तीन छात्र शुभम गुप्ता, मतीन खान, रोहित नायर भी स्वदेश लौटे आये हैं। ख़ुशी का अवसर है, उन्होंने मदद की अपील की थी। राज्य सरकार ने इसके लिए विदेश मंत्रालय से इनकी सुरक्षित वापसी का अनुरोध किया था।

रीट्वीट कर इन लोगों ने किया ट्रोल

वंदना- इनकी वापसी का विरोध तुम और तुम्हारी सरकार क्यों न कर रही

जबकि ये भी मोदी सरकार और सेना की कोशिश का नतीजा है।

तो इसका श्रेय लेने की कोशिश की जा रही। इसमें मुसलमान भी हैं तो अब बसें, ट्रेनें भी न जलेंगी, मोदी कट्टर न होगा हिन्दू होते तो इस पर भी कांग्रेस दंगा करवा सकती थी।

कुंवर योगी- मोदी जी के प्रयत्नों की वजह से यह छात्र भारत वापस आ पाए हैं चीन से, जबकि पाकिस्तान के छात्र वहां तड़प रहे हैं रोज वीडियो बनाकर भारतवासियों को भेज रहे हैं मदद के लिए, क्योंकि पाकिस्तान ने उनको नकार दिया है अब यह कमलनाथ चाचा मोदी जी का क्रेडिट खुद लेना चाहते हैं।

विरेन्द्र मित्तल- आपने क्या किया इसमे इस मामले में, नरेन्द्र मोदी सरकार की पूरी मेहनत है आप जबरन क्रेडिट लेने की कोशिश ना करें।

धर्मेन्द्र मोवाड़ा- माननीय मुख्यमंत्री कमलनाथ जी जय कांग्रेस, अतिथि विद्वान भी इसी तरह दिन प्रतिदिन मर रहे है। वचन पत्र 17.22 के अनुसार नियमित कीजिए आज 55 दिन हो गए हैं, शाहजहानी पार्क में। हम भी जी सकें अपने परिवार बच्चों के लिए, मदद कीजिए।

के एण्ड के - नरेन्द्र मोदी सरकार ने चाइना के वोहान से 324 भारतीयों को रातों रात एयर लिफ्ट करके उनकी जिंदगी बचाई। जिंदगी बचाने से पहले उनका सिर्फ भारतीय होना देखा गया ना की हिन्दू् मुस्लिम। इसलिए मजहबी ठेकेदारों के बहकावों में आ कर मोदी जी को मुस्लिम विरोधी बताकर कोसना बंद करे ।

अमित सिंह- कैसे लोग हो बे बिन बुलाए बाराती की तरह जबरजस्ती का क्रेडिट चाहिए तुम लोगो को।

गुडिय़ा मिश्रा- भारतीयों को चीन से एयर लिफ्ट करते समय मोदीजी ने हिन्दू मुस्लिम नहीं देखा केवल ये देखा कि भारतीय हैं और भारतीय तो छोडि़ए सर किसी देश के नागरिक ने अगर मदद मांगी होती तब भी मोदीजी मदद करते क्योंकि वो इंसानियत पर विश्वास रखते है न कि सत्ता के लिए आपके जैसे मंदिर का स्पीकर बंद करने में।

डॉ. गजेन्द्र के वायकर- आप का सोचना सही है मध्य प्रदेश के लोगों का आप को ध्यान है। एक राजा को प्रजा के बारे पूरी जानकारी होना चाहिए पर जो अथिति विद्वान भोपाल में आंदोलन कर रहे उनके भविष्य और स्वास्थ्य की चिंता करें।

मोदी जी चौकीदार- धन्यवाद तो आपको मोदी जी और केंद्र सरकार का करना चाहिए जिन्होंने पहली खेप में देश के 324 छात्रों को चाइना से निकला ओर सेना के बनाए केम्प में निगरानी के लिए रखा है । धान्यवाद मोदिजी।

बृजेश शर्मा- एमपी की सोचो महोदय अतिथि शिक्षक 41 दिन से आंदोलन पर बैठे है और आपको यह दिखाई नहीं दे रहा मात्र आप तो वोट के समय वचन दिया बन्दु लिखे पर अब भूल गए क्या बात है।

राजेन्द्र मसाने-(उपाध्यक्ष एनएसयूआई- बुरहानपुर) - होमगार्ड आज मुझ से मेरे ही भाई ने कहा तेरी कांग्रेस सरकार हम होमगार्ड सैनिकों से सौतेला व्यवहार कर रही है। रोजगार छीन रही है। 2 महीने के लिए घर बैठना पड़ा 15 साल भाजपा से लड़ता रहा लेकिन अब अपने भाई से कैसे लडूं।

मोहसिन कुमरावत- केंद्र सरकार किसी के साथ भेदभाव की राजनीति नहीं कर रही। फिर भी आप लोग बजट को लेकर बोल रहे कि भेदभाव किया। समझ नहीं आता विपक्षी पार्टी चाहती क्या है

रोहित-मोदी जी का धन्यवाद तो कर देते कमलनाथ साहेब? सानिया की सरकार होती तो मरने के लिए छोड़ देती वहीं

अक्षय राठोड- दूसरों के हिस्से की रोटी को भी आप हतियाने की कोशिशें ना ही करें।

शैलेश पाठक- शर्म नही आई इसमें भी श्रेय ले लिया तुमको तो नाम भी बाद में पता चले होंगे क्या अनुरोध करोगे तुम।

प्रिंस अली- श्रीमान हमारी भी घर वापसी करा दीजिए राजधानी भोपाल के भूमाफिया असलम चमड़ा से हमारा मकान वापस दिला दे या राजधानी भोपाल के कांग्रेस काल के पूर्व डिप्टी मेयर और जिलाध्यक्ष रहे व्यक्ति से इसकी रिश्तेदारी इस पर शासन को हाथ डालने से रोकती है मदद कीं आशा है आपसे

दीपक- अब ये मत बोलना की बीजेपी हिन्दू मुस्लिम करती है।

Updated : 6 Feb 2020 7:53 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

Vinod Dubey

Journalist from Bhopal


Next Story
Top