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मुख्यमंत्री चौहान ने वितरित किए नियुक्ति पत्र, कहा - शौर्य और पराक्रम से भरा है मप्र पुलिस का इतिहास

मुख्यमंत्री चौहान ने नियुक्त आरक्षकों को नियुक्ति प्रमाण-पत्र वितरण एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम' को संबोधित किया

मुख्यमंत्री चौहान ने वितरित किए नियुक्ति पत्र, कहा - शौर्य और पराक्रम से भरा है मप्र पुलिस का इतिहास
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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस का इतिहास शौर्य और पराक्रम से गौरवान्वित है। कबायली हमला हो या गोवा मुक्ति का संघर्ष हो, मध्य प्रदेश पुलिस ने अपना कर्तव्य निर्वहन कर देश की सेवा की है। राज्य में सिमी आतंकी का नेटवर्क हो या बीहड़ के जंगल में डकैतों का आतंक या फिर नक्सलियों का आतंक, मध्य प्रदेश पुलिस ने इन सभी को ध्वस्त किया है, प्रभावी अंकुश लगाया है।

मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार को भोपाल में आयोजित 'नवनियुक्त आरक्षकों को नियुक्ति प्रमाण-पत्र वितरण एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम' को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुल छह हजार नवनियुक्त आरक्षकों में से पांच को खुद नियुक्ति प्रमाण-पत्र वितरित किए। कार्यक्रम में गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और भोपाल महापौर मालती राय उपस्थित रहीं।मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी मेहनत, लगन, प्रतिभा से नियुक्त होने पर आप सभी नव आरक्षकों को मैं हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। यह सिर्फ नौकरी नहीं है, देश की रक्षा, जन सेवा का संकल्प है। जब आवश्यकता हुई पुलिस बल ने सर्वोच्च बलिदान दिया है।


उन्होंने कहा कि नवआरक्षक यह याद रखें कि यह वर्दी देश की रक्षा के लिए है, समाज की सुरक्षा के लिए है, अपराधियों पर कहर बनकर टूट पड़ने के लिए है, सज्जनों के उद्धार और दुर्जनों पर अंकुश के लिए है। आरक्षक पुलिस बल का नींव है, आधार है। मध्य प्रदेश पुलिस ने कर्तव्य पथ पर चलते हुए राष्ट्रीय दायित्व का निर्वहन किया। हमारे जवानों ने एक साल में लगभग एक करोड़ 14 लाख रुपये के इनामी डकैत एवं नक्सलियों को मार गिराया। मध्य प्रदेश पुलिस का अर्थ है सज्जनों के लिए फूल से ज्यादा कोमल, लेकिन दुर्जनों के लिए वज्र से ज्यादा कठोर।



मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बल से जिम्मेदार आम नागरिकों को ज्यादा उम्मीदें होती हैं, उनकी रक्षा हमारा कर्तव्य है। संवेदनशीलता, वीरता, देशभक्ति और अनुशासन ही मध्य प्रदेश पुलिस की पूंजी है जिसने मध्य प्रदेश पुलिस का स्थान बनाया है। इसे कभी बिगड़ने मत देना। वर्दी की मर्यादाओं को कभी भूलना मत। कर्तव्य निर्वहन के साथ नैतिक दायित्व की पूर्ति के लिए मध्य प्रदेश पुलिस ने प्रतिमान स्थापित किए। कोरोना काल में जब चारों तरफ मौत का भय था, मध्य प्रदेश पुलिस के जवान पीपीई किट में लॉकडाउन पालन कराने के साथ जनसेवा कर रहे थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश की शांति और सुरक्षा के लिए कर्तव्य पथ पर सरकार हर कदम आपके साथ है। सब सम्मान करते हैं, यदि हम अपना कार्य प्रमाणिकता से करते हैं। कई एसपी, पुलिस कॉन्स्टेबल, हेड कॉन्स्टेबल, एसआई, एएसआई के लोग उदाहरण देते हैं। मैं चाहता हूं कि आपके नाम का उदाहरण लोग दें कि पुलिस वाला हो, तो ऐसा हो।

Updated : 27 Jan 2023 2:52 PM GMT
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स्वदेश वेब डेस्क

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