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अब हीरा मिलने के एक महीने में की जाएगी नीलामी

प्रदेश में बहुमूल्य खनिज हीरा मिलने पर राज्य सरकार अब सात दिन के अंदर 30 प्रतिशत राशि का भुगतान करेगी ।

अब हीरा मिलने के एक महीने में की जाएगी नीलामी
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18 साल पुराने हीरा बिक्री नियम में बदलाव

भोपाल । प्रदेश में बहुमूल्य खनिज हीरा मिलने पर राज्य सरकार अब सात दिन के अंदर 30 प्रतिशत राशि का भुगतान करेगी। इसके अलावा हीरा मिलने पर एक माह के अंदर इसकी नीलामी भी की जाएगी। इसके लिए 18 साल पहले बने हीरा परिचालन निधि नियम 2000 में संशोधन कर दिया गया है। ये नियम राज्य के खनिज विभाग ने बनाए हुए हैं । बता दें कि प्रदेश में हीरे का उत्खनन सिर्फ पन्ना जिले में होता है। दिलचस्प बात तो यह है कि देश में 100 प्रतिशत हीरा खनन सिर्फ मप्र के पन्ना जिले में ही होता है। पन्ना जिले में जहां भारत सरकार की नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन आधुनिक पध्दति से मशीनों के द्वारा हीरे का उत्खनन करती है, वहीं वहां गरीबों को उथली जमीनों पर हीरा खनन के पट्टे भी दिए जाते हैं। इन उथली खदानों से हीरा खनन होने पर उसके भुगतान के लिए 18 साल पहले नियम बनाए गए थे।

इन नियमों में प्रावधान था कि जैसे ही विधिवत स्वीकृत उथली खदान से हीरा मिलेगा उसे पट्टाधारी जिले के हीरा अधिकारी कार्यालय में जमा कराएगा और बदले में उसे हीरा पारखी व हीरा अधिकारी द्वारा आंकी गई अनुमानित न्यूनतम कीमत का दस प्रतिशत भुगतान किया जाएगा। परन्तु अब 18 साल बाद इन नियमों में संशोधन कर नया प्रावधान किया गया है कि उथली हीरा खदानों से प्राप्त हीरों का, हीरा पारखी और हीरा अधिकारी द्वारा आंकी गई अनुमानित न्यूनतम कीमत का 50 प्रतिशत तक का भाग या रुपए एक लाख रुपए जो भी कम हो, हीरा जमा होने की दिनांक से 7 दिन के भीतर खदान के लायसेंसधारी को भुगतान किया जाएगा।

एक महीने में होगी हीरों की नीलामी

इसके अलावा पहले नियम था कि उथली हीरा खदानों से मिलने वाले हीरों की नीलामी 3 से छह माह के भीतर की जाएगी। परन्तु अब संशोधन कर नया प्रावधान किया गया है कि उथली खदान के लायसेंसधारी द्वारा जमा किए गए हीरों की, जमा किए जाने के एक माह के भीतर, यथासंभव नीलामी की कार्यवाही की जाएगी।

इसलिए बदला नियम

उक्त दोनों नए प्रावधान इसलिए किए गए हैं ताकि उथली खदानों के स्वामियों जोकि अधिकतर गरीब लोग होते हैं, को हीरा मिलने पर जल्द भुगतान किया जा सके। इन उथली खदानों से मिलने वाले हीरों की नीलामी पर खनिज विभाग 11 प्रतिशत राशि काट लेता है तथा शेष राशि खदान स्वामी को भुगतान करता है।

कब कितना हीरा उत्पादन

इंडियन ब्यूरो ऑफ माईन्स के अनुसार, देश में हीरे का रिजर्व 10 लाख 45 हजार 310 केरेट है जो सिर्फ मप्र के पन्ना जिले में ही है। राज्य के खनिज विभाग के ताजा वार्षिक प्रतिवेदन के अनुसार, वर्ष 2016-17 में पन्ना में 36 हजार 516 केरेट हीरे का उत्पादन हुआ जिससे 4 करोड़ 65 लाख रुपए की खनिज विभाग को आय हुई ।




Updated : 18 Jun 2018 4:53 PM GMT
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