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कांग्रेस और भाजपा की मुश्किल बढ़ा रहे 'छोटे दल', दे रहे चुनौती

चुनाव आयोग में कर रहे हैं शिकायतें, मतदाताओं को लुभाने की कवायद भी जारी

कांग्रेस और भाजपा की मुश्किल बढ़ा रहे छोटे दल, दे रहे चुनौती
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भोपाल/स्वदेश वेब डेस्क। मध्यप्रदेश में लगातार चौथी बार सरकार बनाने की तैयारी कर रही भाजपा और 14 वर्षों का वनवास समाप्त करके सत्ता में वापसी की चाहत में लगी कांग्रेस के लिए छोटे दल परेशानी बने हुए हैं। ये दल जहां लगातार किसी ने किसी मुद्दे पर चुनाव आयोग के दरवाजे पर जा रहे हैं तो वहीं मतदाताओं को लुभाने की कवायद में भी जुटे हुए हैं। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस की मुश्किल बढ़ती दिखाई दे रही हैं।

विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हैं। ऐसे में चुनावी तैयारियों में जुटी प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियों की मुश्किल बढ़ती जा रही हैं। दरअसल भाजपा और कांग्रेस को लेकर रोजाना चुनाव आयोग में शिकायतें पहुंच रही हैं। भाजपा-कांग्रेस भी एक-दूसरे की शिकायतें लेकर आयोग जा रही हैं। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी सहित अन्य दल भी आयोग में इनकी शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं। आयोग के पास प्रतिदिन लगभग 15 शिकायतें पहुंच रही हैं।

मतदाताओं पर डाल रहे डोरे

जहां शिकायतों का दौर जारी है, तो वहीं छोटे दलों ने मतदाताओं पर डोरे डालना भी शुरू कर दिया है। वे कई लोक-लुभावनी योजनाएं लेकर मतदाताओं के बीच पहुंचने की तैयारियां कर रहे हैं। पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही सपाक्स दावा कर रही है कि वे 2016 और 2018 में एससी-एसटी अत्याचार अधिनियम में कतिपय संशोधनों के कारण सामान्य, पिछड़े और अल्पसंख्यक लोगों पर जो मामले दर्ज किए गए हैं उन्हें वापस लेगी। इसके लिए सपाक्स ने पार्टी उपाध्यक्ष विजय वाते के मार्गदर्शन में एक विशिष्ट सेल का गठन भी किया है।

सख्ती से हो आचार संहिता का पालन

आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने चुनाव आचार संहिता के मामले पर भाजपा को घेरते हुए कहा है कि पूरे प्रदेश से जो सूचनाएं आ रही हैं वह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है। भाजपा सरकार के मंत्री और विधायक आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों पर संवैधानिक नियमों का पालन करने की जिम्मेदारी ज्यादा होती है, लेकिन भाजपा के विधायक-मंत्री सत्ता के अहंकार में नियमों को ताक पर रख रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की है कि आदर्श चुनाव आचार संहिता का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए, ताकि प्रदेश के मतदाताओं के भ्रमित करने और लुभाने की कोशिश को नाकाम किया जा सके। उन्होंने कहा कि मंत्री गौरीशंकर बिसेन के खिलाफ बालाघाट में आचार संहिता उल्लंघन का मामला सामने आया है। इसी तरह दमोह में आदर्श आचार संहिता के नियमों की अवहेलना की गई है। सीहोर, जबलपुर, ग्वालियर सहित अन्य शहरों से भी आचार संहिता उल्लंघन के मामले सामने आए हैं, जो चिंता का विषय हैं।

10 ज्वलंत मुद्दों का रावण जलाएगी सपाक्स युवा इकाई

भोपाल। सपाक्स संगठन युवा इकाई 19 अक्टूबर दशहरा पर्व पर प्रदेशभर में 10 ज्वलंत मुद्दों का बनाया गया रावण दहन करेगी। सपाक्स युवा इकाई प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक सोनी ने बताया कि प्रदेश के युवाओं को पहले कांग्रेस और पिछले 15 सालों से भाजपा सरकार छलती आ रही है। आरक्षण के कारण पहले से ही प्रदेश के युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं, वहीं व्यापमं घोटाले ने युवाओं की आशाओं पर पानी फेर दिया है। व्यापमं के मूल आरोपियों को सीबीआई आज तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। वहीं अब तक प्रदेश में कई व्यापमं के आरोपी युवा मौत को गले लगा चुके हैं। प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। हर दिन किसी महिला के साथ बलात्कार की घटना हो रही है। इसके अलावा कुपोषण, आरक्षण, एट्रोसिटी एक्ट, भ्रष्टाचार के दाग भी प्रदेश की सरकार पर लग रहे हैं। ऐसे ही 10 ज्वलंत मुद्दों को लेकर सपाक्स युवा इकाई प्रदेश भर में सामूहिक रावण दहन करेगी।

Updated : 17 Oct 2018 12:20 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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