नमाज पढ़ाने वाले NSS कोऑर्डिनेटर हटाए: यूनिवर्सिटी ने अब तक नहीं दिया जवाब; हिंदू संगठन आज करेंगे घेराव

Bilaspur GGU Hindu Students Namaz Controversy : छत्तीसगढ़। बिलासपुर की गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में 155 हिन्दू छात्रों को जबरदस्ती नमाज पढ़ाने वाले NSS कोआर्डिनेटर को पद से हटा दिया है। यह फैसला कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल ने NSS कैंप के दौरान ईद पर नमाज पढ़ाने का मामला सामने आने के बाद लिया है। इसी मामले को लेकर हिन्दू संगठन और ABVP आज यूनिवर्सिटी परिसर का घेराव करेंगे।
जानकारी के अनुसार, फैक्ट फाइंडिंग कमेटी मामले की जांच कर रही है। दूसरी तरफ SSP रजनेश सिंह ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन से रिपोर्ट मांगी है। हालांकि, अब तक यूनिवर्सिटी ने कोई जवाब नहीं दिया है।
हिन्दू संगठन ने लगाया JNU बनाने का आरोप
इस मामले को लेकर ABVP के अलावा हिंदू सनातनी समाज ने यूनिवर्सिटी को JNU बनाने का आरोप लगाया है। इस मामले में हिंदू संगठनों ने बुधवार को यूनिवर्सिटी परिसर का घेराव कर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
बता दें कि छात्रों ने आरोप लगाते हुए इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की है, जिसमें उन्होंने कहा कि उनको मुस्लिम धर्म में कन्वर्ट कराने के लिए यह तरीका अपनाया गया था। उन्होंने ब्रेनवॉश करने का आरोप भी लगाया है।
आज किया जाएगा प्रदर्शन
इस मामले को लेकर हिन्दू संगठन ने कहा कि, सेंट्रल यूनिवर्सिटी में NSS कैंप के जरिए हिन्दू छात्रों को नमाज पढ़ने के लिए मजबूर करने के मामले में समस्त हिन्दू सनातन समाज आज यूनिवर्सिटी परिसर में विरोध प्रदर्शन करेगा। इसमें हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को एकत्रित होने की अपील की गई है।
FIR में क्या ?
शिविर में शामिल हुए स्टूडेंट्स ने इस मामले को लेकर थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। इसमें कहा गया है कि, सेंट्रल यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई की ओर से कोटा ब्लॉक के वनांचल क्षेत्र शिवतराई में 26 मार्च से 1 अप्रैल तक कैंप लगा था, वहीं नमाज पढ़वाई गई थी। छात्रों ने अपनी शिकायत में बताया है कि जब NSS कैंप में रोज सुबह योग क्लास लगाई जाती थी, तब वहां हिंदू छात्रों को नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया जाता था।
159 छात्र कैंप में 4 थे मुस्लिम छात्र
छात्रों ने नमाज पढ़ने का विरोध किया लेकिन प्रोग्राम ऑफिसर और कोआर्डिनेटर उन्हें डराते-धमकाते रहे और अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के साथ ही सर्टिफिकेट नहीं देने की चेतावनी देते रहे। छात्रों ने बताया कि बाकी दिनों की तरह NSS कैंप में सुबह 6:15 से 7:00 बजे योग करने छात्र एकत्रित हुए, जिसमें कुल 159 छात्र कैंप में थे। इसमें 4 छात्र मुस्लिम थे।
31 मार्च को मुसलमानों का त्योहार ईद उल फितर था। अचानक से कोऑर्डिनेटर ने चारों मुस्लिम छात्रों को मंच पर बुलाया और बाकी छात्रों को मुस्लिम छात्रों द्वारा जो मंच पर नमाज अदा करने की प्रक्रिया की गई। और उसे जस का तस दोहराने और सीखने का आदेश दिया। इस दौरान छात्रों के मोबाइल को भी जमा करा लिया गया था।