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मुख्यमंत्री शिवराज का ऐलान, मध्य प्रदेश में बनेगा 'योग आयोग'

मुख्यमंत्री शिवराज का ऐलान, मध्य प्रदेश में बनेगा योग आयोग
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भोपाल। मध्य प्रदेश में अब योग आयोग बनाया जाएगा और प्रदेश के स्कूलों में भी योग की शिक्षा दी जाएगी। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है, जल्द ही कार्य शुरू कर दिए जाएंगे। साथ ही स्कूलों में भी योग की शिक्षा दी जाएगी। इससे बच्चों को लाभ मिलेगा। स्वयं योग कीजिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित कीजिए. योग से आप निरोग होंगे और स्वस्थ समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में सहभागी बनेंगे । यह बातें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहीं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित पंडाल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विद्यालयीन बच्चों को योग का संकल्प दिलाते हुए कहा कि पूरे प्रदेश के स्कूलों में योग की शिक्षा दी जायेगी, ताकि सभी योग के लिए प्रेरित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन अपने लिए योग करने समय निकालें। योग का अर्थ सिर्फ शरीर का व्यायाम नहीं है, यह मन, बुद्धि और शरीर आदि का शुद्धिकरण है। प्राणायाम से अपनी सांस पर नियंत्रण कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि कोविड पर योग और प्राणायाम से नियंत्रण पाया गया। प्रणायाम से अपनी सांस पर नियंत्रण कर सकते हैं और शरीर को अपने अनुकूल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल कोविड हुआ, लेकिन योग व प्रणायाम से इसपर नियंत्रण पाया गया। मैं भी कोविड संक्रमित हुआ, लेकिन योग से उस पर जल्द नियंत्रण पाया । जल्दी रिकवर हुआ। मेरा आक्सीजन लेवल भी सामान्य रहा। योग के कारण ही कोविड आया और छूकर चला गया। फेफड़ों तक कोविड पहुंचा ही नहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब दूसरी लहर आई तो हमने तय किया कि आइसोलेशन वाले मरीजों को आनलाइन योग करवाया जाए। इससे कई लोग घर में स्वस्थ हो गए। इसका फायदा भी मिला। कई कोविड के मरीज काढ़ा से ठीक हुए। उसमें गिलोय आदि कई जड़ी-बूटियां होने के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा रहा और लोग स्वस्थ हैं।

उन्होंने कहा कि पांच चीजें करें। चुने हुए आसान करें। प्राणायाम, ध्यान और प्रार्थना जरूर करें। अपने आप को परमात्मा से जोड़े। वह पावर बैंक है। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि आजादी के अमृतकाल में योग दिवस की मैं आप सबको बधाई और शुभकामनाएं देता हूं, हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मैं धन्यवाद देता हूं कि भारत की प्राचीन विधा योग को दुनिया में पहुंचाने का अद्भुत कार्य किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं हर रोज तीन पेड़ लगाता हूं। पर्यावरण बचाने के लिए पेड़ लगाना चाहिए और संरक्षण भी करना चाहिए। पेड़ लगाकर ऐसा लगता है कि कुछ अच्छा कार्य किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आग्रह किया कि योग कर मन पर नियंत्रण पाएं। चाहे कुछ भी हो जाए, योग जरूर करें। कई बार कई बच्चे हताश और निराश होते हैं। वहीं कुछ बच्चे ऊर्जा से भरे हुए होते हैं। इसका कारण है कि वे योग करते हैं और मन पर नियंत्रण रखते हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज का कहना यह भी था कि एक दिन योग नहीं करें, बल्कि हर रोज योग करें। भोजन जो शरीर के लिए लाभकारी है। वही करें। इस मौके पर मैसूर में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग के संबंध में संदेश का प्रसारण भी किया गया। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों के साथ योग किया।

उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुई भारी बरसात और मौसम के पूर्वानुमान जिसमें कि पुन: बारिश की संभावनाओं की बात कही गई थी उसे देखते हुए मुख्यमंत्री आवास में योग कार्यक्रम करने का निर्णय आननफानन में लिया गया। पहले उक्त निर्धारित कार्यक्रम लाल परेड मैदान में होना था। हर साल की तरह इस साल भी भारतीय आयुष मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए थीम चुनी है। मंत्रालय के अनुसार इस बार 'योगा फॉर ह्यूमैनिटी' को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम चुना गया है। इसका अर्थ मानवता के लिए योग है।

Updated : 5 July 2022 8:08 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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