रास्ता बंद करने पर बवाल: महिलाएं बैठी पटरी पर, खड़ा रहा एक घंटे तक ट्रेन का इंजन

सतना। शहर के मारुति नगर रेलवे क्रॉसिंग पर गुरुवार सुबह उस वक्त भारी हंगामा हो गया जब बिरला फैक्ट्री प्रबंधन ने रेलवे ट्रैक के दोनों ओर गड्ढा खोदकर स्लीपर डाल दिए और वर्षों पुराने आम रास्ते को बंद कर दिया। इसकी जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में स्थानीय महिलाएं मौके पर पहुंच गईं और पटरी पर बैठकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान मालगाड़ी का इंजन लगभग एक घंटे तक खड़ा रहा, जिसे आगे नहीं जाने दिया गया।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह आम रास्ता कई दशक पुराना है और इससे लगभग 5 हजार लोग प्रतिदिन स्कूल, अस्पताल और कामकाज के लिए आते-जाते हैं। फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से इस रास्ते को बंद करने की लगातार कोशिश की जा रही है, जिसका लोग लगातार विरोध कर रहे हैं। जैसे ही गुरुवार सुबह रास्ता बंद करने की खबर फैली, मोहल्ले की महिलाएं और पुरुष मौके पर पहुंच गए। विरोध को देखते हुए बिरला फैक्ट्री प्रबंधन के कर्मचारी वहां से भाग निकले।
हादसे के बाद बढ़ा विवाद
गौरतलब है कि बुधवार शाम को इसी ट्रैक पर एक ब्रीजा कार (एमपी 19 ज़ेडए 0251) मालगाड़ी की चपेट में आ गई थी। कार में मारुति नगर निवासी संजय शुक्ला, उनकी पत्नी और बच्चे सवार थे। मालगाड़ी की रफ्तार कम होने और लोको पायलट की सतर्कता से इमरजेंसी ब्रेक लगाया गया, जिससे ट्रेन ने कार को करीब 2 मीटर तक घसीटा, पर सभी लोग सुरक्षित बच निकले। इस घटना के बाद से इलाके में ट्रैक की सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर पहले ही नाराजगी थी, जिसे लेकर गुरुवार को फैक्ट्री द्वारा रास्ता बंद करने से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
इनका कहना है
"संबंधित मामले की जानकारी मिलते ही आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची। लोगों को समझाइश दी गई, जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ और रेलवे ट्रैक को बहाल किया गया। फिलहाल रास्ते को लेकर दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है और मामले की जांच जारी है।" -
विरेंद्र सिंह आरपीएफ टीआई सतना
