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गजवा-ए-हिन्द के सात पन्ने, हरेक पर देश को जलाने की कहानी

सेना से लेकर अदालत तक घुसपैठ की साजिश

गजवा-ए-हिन्द के सात पन्ने, हरेक पर देश को जलाने की कहानी
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पटना/वेबडेस्क। पटना पुलिस ने आतंकियों के जिस नेटवर्क का खुलासा किया है, उसके निशाने पर सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं, पूरे देश की व्यवस्था भी थी। भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की साजिश के लिए इन लोगों ने सात पेज का 'एशन प्लान बनाया था, जिसमें लिखा था- 10 प्रतिशत मुस्लिम साथ दें तो बहुसंयक घुटनों पर आ जाएंगे। इनकी योजना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अनुसूचित जाति- अन्य पिछड़ा वर्ग को अलग करने की भी थी। इसके साथ ही पीएफआई के लोगों को सेना से लेकर अदालत तक भेजने की साजिश का भी जिक्र था। पुलिस के अनुसार सिमी के पूर्व सदस्यों के सहारे ये नया संगठन बन रहा था। इसमें पीएफआई और एसडीपीआई से जुड़े लोग शामिल थे। इसके लिए नेटवर्क ने अपना ठिकाना पटना को बनाया। यहां 26 लोग आकर युवाओं को ट्रेनिंग देते थे। इन संदिग्ध आतंकियों के पास से इंग्लिश में लिखे 7 पन्नों का दस्तावेज मिला है, जिसके पन्नों में कई जगह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का जिक्र है।

ये है षड्यंत्र के सात पन्ने -

पहला पन्ना : पहला पन्ना कवर इमेज की तरह है, जिसका टाइटल इंडिया 2047 है। साथ ही इसे दस्तावेज बताते हुए लिखा है- 'भारत में इस्लामिक शासन की ओर।

दूसरा पन्ना: पुलिस को मिले दस्तावेज के दूसरे पन्ने में देश के मुस्लिमों को गुमराह करने के लिए मुस्लिमों की स्थिति बदतर बताई गई है। मुस्लिम समुदाय की वर्तमान स्थिति बताते हुए दस्तावेज में पीएफआई ने 9 जिलों में 75 प्रतिशत मुस्लिम आबादी की बात कहा है। लिखा है, देश में इन 9 जिलों को छोड़कर मुस्लिमों की स्थिति बदतर है। जब हम कारण को देखेंगे तो हमें ब्रिटिश राज से शुरू करना होगा। शुरू से वे हिंदुओं से सहानुभूति रखते थे और मुस्लिमों को प्रताडि़त करते थे। भारत के मुस्लिम समुदाय को दुनिया में दूसरे सबसे बड़ा समुदाय बताया गया है। यह भी कहा गया है कि इस वजह से इस समुदाय पर मुस्लिम विरोधी ताकतों के हमले के खिलाफ दुनिया को एक सफल मॉडल प्रदान करने की भारी जिमेदारी है। दस्तावेज में आगे लिखा है, हालांकि निचले स्तर पर कई स्व-घोषित नेता हैं, लेकिन समुदाय को मोहल्ला से ऊपर दिशा देने की किसी के पास दृष्टि नहीं है। दुनिया भारतीय मुसलमानों को एक मॉडल के रूप में देखती है। मुस्लिम समुदाय किसी चमत्कार के होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। समुदाय को बचाने के लिए भीतर से नेतृत्व को उभरना होगा।

तीसरा पन्ना: इस पन्ने में भारत को 2047 तक मुस्लिम समुदाय की मदद से इस्लामिक सरकार बनाने के सपने को लिखा गया है। लिखा है, 'हम 2047 का सपना देख रहे हैं जहां मुस्लिम समुदाय के पास राजनीतिक साा होगी। इसके लिए पहला कदम मुस्लिम समुदाय सामाजिक और आर्थिक तौर पर मजबूत करना होगा। इसके लिए एक अलग से रोडमैप के तहत शुरू हो चुका है। इससे राजनीतिक ताकत बढ़ेगी और फिर मुस्लिम समुदाय के अन्य लोगों की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी और फिर राजनीतिक ताकत अधिक मजबूत होगी। हम अपने आप को 2047 तक का समय देते हैं, जब इस देश में इस्लामिक सरकार बनेगी।

चौथा पन्ना: इस पन्ने में इस्लामी शासन की ओर बढऩे के चार चरणों को बताया गया है। पहला पीएफआई के झंडे के तले सभी को एक करने की बात कही गई है। पार्टी को बड़ा करने और अधिक से अधिक नए सदस्यों को भर्ती करने का लक्ष्य भी लिखा है।

पांचवां पन्ना: इस पन्ने में लिखा है कि कैसे सभी 4 चरणों के पूरा होने के बाद, बाहरी ताकतों की मदद से इस्लामी सिद्धांतों पर आधारित एक नया संविधान घोषित किया जाएगा। लिखा है- जो भी खिलाफ होंगे उन्हें एलिमिनेट कर दिया जाएगा। मुस्लिम युवाओं में कट्टरपंथ बढ़ाने के लिए बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हुई मुस्लिमों की लिंचिंग का इस्तेमाल करें। इसके लिए मास प्राथमिकता होनी चाहिए।

छठा पन्ना: हर घर में पीएफआई सदस्यों की भर्ती की रणनीति इस पन्ने में पीएफआई ने हर घर अपनी पहुंच बढ़ाने की बात की है। लिखा है- हर घर से एक व्यति को संगठन में भर्ती किया जाएगा, नहीं कर पाए तो एक को पार्टी में शामिल करना या फिर उन्हें अपने मैगजीन या आर्टिकल का पाठक बनाना। यानी हर घर को किसी भी तरीके से अपने टच में रखना है और पीएफआई के कार्यक्रम से उन्हें जोडऩा होगा।

सातवां पन्ना: इसमें हिंदू/संघ परिवार के नेताओं के खिलाफ सूचना का संग्रह के साथ बाहरी मदद की बात कही गई है। साथ ही ऑफिस का लोकेशन भी डेटाबेस में शामिल किया जाए, ताकि उन्हें ट्रैक किया जा सके। डॉयुमेंट में लिखा है, स्टेट के साथ शोडाउन में कैडर के अलावा फ्रेंडली इस्लामिक देशों के मदद की आवश्यकता पड़ेगी। पीएफआई ने तुर्की के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित किए हैं। कुछ अन्य इस्लामी देशों में विश्वसनीय मित्रता विकसित करने के प्रयास जारी है।

Updated : 18 July 2022 6:00 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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