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स्क्रैप की हेराफेरी में सतपुड़ा पावर प्लांट हुआ दागदार, रोजाना कर्नाटक की कंपनी लगा रही है लाखों का चूना

  • थाना प्रभारी हिग्वे ने 29 टन लोहे से भरी गाड़ी की जप्त,बिल्टी 9 टन लोहे की,सीएचपी के तौल कांटे सवालों के घेरे में
  • छविनाथ भारद्वाज

स्क्रैप की हेराफेरी में सतपुड़ा पावर प्लांट हुआ दागदार, रोजाना कर्नाटक की कंपनी लगा रही है लाखों का चूना
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बैतूल/सारनी। सतपुड़ा थर्मल पॉवर प्लांट सारनी को कर्नाटका की स्क्रैप कंपनी हर रोज लाखों रुपए का चूना लगा रही थी। इस बात का खुलासा मंगलवार रात उस समय हुआ। वही इन सब मामलों के घटित होने के बाद अब सतपुड़ा पावर प्लांट के तौल कांटा के कर्मचारी एवं प्रभारी सहित प्लांट की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा विभाग सवालों के घेरे में आ गया है। और इस बात की शिकायत सतपुड़ा पावर प्लांट के एमडी तक जा पहुंची है। और यह भी बात सही है कि इतनी ज्यादा मात्रा में स्क्रैप की गाड़ी भरकर भेजना के खेल में कहीं ना कहीं प्लांट के बड़े अधिकारियों शामिल होने की बात सामने आ सकती है। इस बार सारनी पुलिस ने भी मन बना लिया है किस मामले का खुलासा कर भ्रष्ट लोगों को सलाखों के पीछे कैद करना ही है। क्योंकि सतपुड़ा पावर प्लांट के काले कारनामे के इस खेल में दागदार सारनी पुलिस को बनाया जाता है। लेकिन इस बार ऐसे तेज तर्रार थाना प्रभारी से पाला पड़ा है कि मामले में दूध का दूध और पानी का पानी तक हो जाएगा। जब पॉवर प्लांट के स्टोर से भारत स्टील ट्रेडिंग कंपनी का ट्रक क्रमांक केए 01 एएच 7710 लगभग 9 टन स्क्रैप भरकर कोल हैंडलिंग प्लांट से घोड़ाडोंगरी की तरफ जा रही थी। तभी थाना प्रभारी रत्नाकार हिंग्वे द्वारा ट्रक रोककर जांच की और पता चला कि छतरपुर टू कोयला खदान के तौल कांटे पर ले जाकर ट्रक का तौल कराया। जिसका वजन 29240 किलोग्राम आया है। जबकि लोडेड ट्रक का वजन लगभग 16 टन यानी कि 16 हजार होना चाहिए था।

इस हिसाब से कर्नाटका की कंपनी के इस ट्रक में लगभग 14 टन स्क्रैप ज्यादा पाया गया है। जिसका बाजार मूल्य लगभग 6 लाख रुपए से ज्यादा का है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 1 सप्ताह से भारत स्टील ट्रेडिंग कंपनी द्वारा सतपुड़ा थर्मल पावर प्लांट से स्क्रैप लोड करके परिवहन किया जा रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब तक पावर प्लांट सारनी को भारत स्टील ट्रेडिंग कंपनी द्वारा कितने का चूना लगाया जा चुका है। जानकारी के अनुसार मंगलवार को जिस ट्रक में पावर प्लांट का स्क्रैप लोड किया गया है। उस खाली ट्रक का भजन 6400 किलोग्राम है। जबकि स्क्रैप लोड करने के बाद ट्रक का वजन लगभग 16000 किलोग्राम होना चाहिए था। लेकिन डब्ल्यूसीएल और प्राइवेट तौल काटे पर वजन करने पर स्क्रैप से भरे इस ट्रक का वजन 29000 किलोग्राम से ज्यादा आया है। मध्य प्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी के सारनी स्थित कोल हैंडलिंग प्लांट यानी कि सीएचपी के तौल कांटे पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल जिस ट्रक में 13 से 14 टन स्क्रैप ज्यादा निकला है। वह ट्रक कोल हैंडलिंग प्लांट में ही वजन किया गया था। इसका सीधा मतलब है कि कोल हैंडलिंग प्लांट का तौल कांटा सवालों के घेरे में है।

अब तक करोड़ों की लगी चपत


डब्ल्यूसीएल के छतरपुर खदान और प्राइवेट तौल कांटा सही है तो सतपुड़ा थर्मल पावर प्लांट को कोल हैंडलिंग प्लांट के तौल कांटे से अब तक करोड़ों रुपए की चपत लग चुकी है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि पावर हाउस सारणी को शोभापुर खदान से कन्वेयर बेल्ट लाइन के जरिए कोयला पहुंचाने वाले कन्वेयर बेल्ट लाइन की कटिंग का काम भी बीते कुछ महीनों से चल रहा है। यह कार्य इंदिरा इस्पात उद्योग तमिलनाडु द्वारा किया जा रहा है। इस कंपनी के स्क्रैप से भरे ट्रकों का वजन भी कोल हैंडलिंग प्लांट के तौल कांटे पर हुआ है। एक अनुमान के मुताबिक अब तक इस कंपनी द्वारा आधे से ज्यादा स्क्रैप सीएचपीके तौल कांटे से वजन कराकर परिवहन कर लिया है।

तौल काटा सवाल के घेरे में



जब भी कोई कोयले की गाड़ी या फिर लोहे से भरी गाड़ी भरी जाती है तो उसका सबसे पहले वजन सतपुड़ा पावर प्लांट में मौजूद सीएचपी के तौल कांटे पर किया जाता है। जब कि तौल काटे पर तौला जाता है तो मशीन पर दर्शाए गए टनों के आंकड़ों को कागजों पर भी दर्शाया जाता है। उसके बाद वहां से वाहनों को रवाना किया जाता है। तो कहीं ना कहीं तौल कांटे पर ही सारा खेल हो रहा है। लेकिन इस बार सीएचपी के तौल काटे का भी खुलासा होगा। किस-किस की मिलीभगत से यह काला कारनामा चल रहा है। अब तो ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि कोयले और लोहे की गाडियों में मौजूद टर्न के आंकड़े को घटाया या बढाया भी जा सकता है। सतपुडा पावर प्लांट को बड़ी होशियारी के साथ लाखों का चुना लगाने का काम किया जा रहा है। अब तो समय-समय पर सीएचपी के तौल कांटों की जांच होनी ही चाहिए। आखिर इतनी बड़ी हेरा फेरी किसके शय पर की जा रही है इस बात का भी खुलासा होना चाहिए।

इनका कहना है।

छतरपुर-टू खदान और घोड़ाडोंगरी के प्राइवेट तौल कांटे पर संदिग्ध ट्रक जिसमें प्लांट का स्क्रैप भरा था। उसका वजन कराया है। लगभग 14 टन स्क्रैप ज्यादा निकला है। आगे की कार्रवाई के लिए सीएचपी के तौल कांटे पर स्क्रैप से भरे ट्रक का वजन कराया जाएगा।

रत्नाकार हिंग्वे थाना प्रभारी सारनी

Updated : 13 April 2024 12:54 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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