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मास्क और किट्स के आयातक से निर्यातक बनने का सफर तेजी से पार किया : प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री मोदी ने 35 ऑक्सीजन प्लांट राष्ट्र को समर्पित किए

मास्क और किट्स के आयातक से निर्यातक बनने का सफर तेजी से पार किया : प्रधानमंत्री
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देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को देश के विभिन्न राज्यों में पीएम केयर्स के तहत स्थापित 35 प्रेशर स्विंग ऐड्सॉर्प्शन (पीएसए) ऑक्सीजन प्लांट राष्ट्र को समर्पित किये। इससे देश के सभी जिलों में अब पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र चालू हो जाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के एम्स ऋषिकेश में आयोजित कार्यक्रम में रिमोट का बटन दबाकर 35 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों का शुभारंभ किया। उन्होने कहा की सिर्फ 1 टेस्टिंग लैब से करीब 3,000 टेस्टिंग लैब्स का नेटवर्क, मास्क और किट्स के आयातक से निर्यातक बनने का सफर तेजी से पार हुआ। सामान्य दिनों में भारत में एक दिन में 900 मीट्रिक टन, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का प्रॉडक्शन होता था। डिमांड बढ़ते ही भारत ने मेडिकल ऑक्सीजन का प्रॉडक्शन 10 गुना से भी ज्यादा बढ़ाया। ये दुनिया के किसी भी देश के लिए अकल्पनीय लक्ष्य था, लेकिन भारत ने इसे हासिल करके दिखाया

ये हर भारतवासी के लिए गर्व की बात है कि कोरोना वैक्सीन की 93 करोड़ डोज लगाई जा चुकी है। बहुत जल्द हम 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएंगे। भारत ने Cowin प्लेटफॉर्म का निर्माण करके पूरी दुनिया को राह दिखाई है कि इतने बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन किया कैसे जाता है। बीते कुछ दिनों में पीएम केयर्स द्वारा स्वीकृत 1,150 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट्स काम करना शुरू कर चुके हैं। अब देश का हर जिला पीएम केयर्स के तहत बने हुए ऑक्सीजन प्लांट से कवर हो चुका है। इन प्लांट्स को जोड़ने से, देश में अब 4,000 नए ऑक्सीजन संयंत्र हैं। इसने देश और उसके अस्पतालों को मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत से जूझने में सक्षम बनाया है।

सरकार, आज इंतजार नहीं कर रही है कि नागरिक सुधारात्मक उपाय करने के लिए अपनी समस्याएं उनके पास लाएंगे।आज, सरकार लोगों के पास जा रही है और लोगों को घर, बिजली, स्वच्छ पेयजल, नल का पानी और गैस कनेक्शन प्रदान कर रही है। किसानों को सीधे हजारों करोड़ रुपये भेजने से लेकर हर पात्र नागरिक को पेंशन मुहैया कराने तक, भारत एकजुट होकर आगे बढ़ रहा है। हम देश भर में सिर्फ 6 एम्स से 22 एम्स के नेटवर्क तक पहुंच गए हैं। हमारी सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि भारत के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज हो। उत्तराखंड के निर्माण का सपना अटल जी ने पूरा किया था। अटल जी मानते थे कनेक्टिविटी का सीधा कनेक्शन विकास से है। उन्हीं की प्रेरणा से आज देश में कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए अभूतपूर्व स्पीड और स्केल पर काम हो रहा है।


Updated : 12 Oct 2021 10:02 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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