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ये समय नए अवसरों और संकल्पों की सिद्धि का है : प्रधानमंत्री

ये समय नए अवसरों और संकल्पों की सिद्धि का है : प्रधानमंत्री
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नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम बजट को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कल निर्मला जी ने बहुत ही खूबसूरती से, बहुत ही अच्छे ढंग से बजट के कुछ पहलुओं को हमारे सामने रखा है। बजट स्पीच में पूरा बजट संभव नहीं होता है क्योंकि बजट में बहुत बड़ा दस्तावेज होता है, बारीकियां होती हैं और सदन में ये सब बोलना संभव भी नहीं होता है।

इस समय 100 साल में आई सबसे बड़ी वैश्विक महामारी से देश लड़ रहा है। कोरोना का ये कालखंड दुनिया के लिए अनेक चुनौतियां लेकर आया है। दुनिया उस चौराहे पर आकर खड़ी हो गई है, जहां टर्निंग प्वाइंट निश्चित है। आगे जो दुनिया जो हम देखने वाले हैं, वो वैसी नहीं होगी, जैसी कोरोना से पहले थी।विश्व स्तर पर लोग एक सशक्त और मजबूत भारत देखना चाहते हैं। हमारे लिए यह जरूरी है कि हम अपने देश को तीव्र गति से आगे ले जाएं और इसे कई क्षेत्रों में मजबूत करें। यह समय नई आकांक्षाओं को पूरा करने का है। जरूरी है कि भारत आत्मनिर्भर बने और उस स्तम्भ पर आधुनिक भारत का निर्माण हो।

ये समय नए अवसरों का है, नए संकल्पों की सिद्धि का समय है। बहुत जरूरी है कि भारत आत्मिनिर्भर बने और आत्मनिर्भर भारत की नींव पर एक आधुनिक भारत का निर्माण हो।भारत को आधुनिकीकरण की राह पर ले जाने के लिए इस बजट में कई कदम हैं। पिछले 7 वर्षों में लिए गए निर्णय भारतीय अर्थव्यवस्था को लगातार बढ़ा रहे हैं। 7-8 साल पहले भारत की जीडीपी 1.10 लाख करोड़ रुपए थी। आज हमारी जीडीपी करीब 2.3 लाख करोड़ रुपये है। 2013-14 में भारत का निर्यात 2.85 लाख करोड़ रुपये था। आज इसने 4.7 लाख करोड़ रुपये हासिल कर लिए हैं।

यह बजट गरीबों, मध्यम वर्ग और युवाओं पर केंद्रित है और इसका उद्देश्य उन्हें बुनियादी जरूरतें मुहैया कराना है।हमारी सरकार मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति पर काम कर रही है।वर्ष 2013-14 में भारत का एक्सपोर्ट 2 लाख 85 हजार करोड़ रुपये होता था। आज भारत का एक्सपोर्ट 4 लाख 70 हजार करोड़ रुपये का आसपास पहुंचा है।हमारी सरकार के प्रयासों से, लगभग 9 करोड़ ग्रामीण परिवारों को पहले ही स्थापित किया जा चुका है। इसमें से पिछले 2 वर्षों में जल जीवन मिशन के तहत 5 करोड़ से अधिक कनेक्शन स्थापित किए गए हैं।

अब करीब 9 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचने लगा है। इसमें से करीब 5 करोड़ से ज्यादा पानी के कनेक्शन जल जीवन मिशन के तहत पिछले 2 वर्षों में दिए गए हैं।बजट में घोषणा की गई है कि इस साल करीब 4 करोड़ ग्रामीण घरों को पानी का कनेक्शन दिया जाएगा।विशेष रूप से केन-बेतवा को लिंक करने के लिए जो हज़ारों करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, उससे यूपी और एमपी के बुंदेलखंड क्षेत्र की तस्वीर भी बदलने वाली है। अब बुंदेलखंड के खेतों में और हरियाली आएगी, घरों में पीने का पानी आएगा, खेतों में पानी आएगा।इस साल के बजट में गरीबों के लिए 80 लाख पक्के मकानों का प्रावधान है. इसके लिए 48 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।इससे उन्हें गरीबी दूर करने और उन्हें आगे ले जाने में मदद मिलेगी।

जो गरीब थे झोपडपट्टी में रहते थे,अब उनके पास अपना घर है।पहले के मुकाबले इन घरों के लिए राशि भी बढ़ाई और घरों का साइज भी बढ़ाया है ताकि बच्चों को पढ़ाई के लिए जगह मिल जाए।बड़ी बात ये भी है कि इसमें से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम पर है यानि हमने महिलाओं को घर की मालकिन भी बनाया।

भारत जैसे देश में कोई क्षेत्र पिछड़ा रहे, ये ठीक नहीं।इसलिए हमने आकांक्षी जिला- Aspirational Districts अभियान शुरू किया था।इन जिलों में गरीब की शिक्षा के लिए, स्वास्थ्य के लिए, सड़कों के लिए, बिजली-पानी के लिए जो काम हुए, उसकी प्रशंसा संयुक्त राष्ट्र ने भी की है।इस बजट में यह घोषणा की गई है कि आकांक्षी जिलों में राज्यों के समन्वय से आकांक्षी ब्लॉकों पर काम किया जाएगा। यह विकास कार्यों को समाज के निम्नतम स्तर तक ले जाएगा और उन्हें सशक्त बनाएगा।

भारत जैसे देश में कोई क्षेत्र पिछड़ा रहे, कोई इलाका पीछे रह जाए, ये ठीक नहीं है। इसलिए हमने आकांक्षी जिला अभियान शुरु किया था। इन जिलों में गरीब की शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए, बिजली पानी के लिए, जो काम हुए, उसकी प्रशंसा संयुक्त राष्ट्र ने भी की है।राष्ट्र की सुरक्षा के लिए हमारी सेनाएं, हमारे जवान दिन-रात जुटे रहते हैं, जान की बाजी भी लगा देते हैं। लेकिन सीमा पर जो जवान तैनात हैं, उनके लिए सीमावर्ती गांव भी किले का काम करते हैं। इसलिए उन सीमावर्ती गांवों की देशभक्ति का जज्बा भी अद्भुत होता है।

हमने तय किया है कि हम भारत की सीमा पर गांवों का विकास करेंगे।इसके लिए हम समग्र दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे गांवों में बिजली, पानी और अन्य सभी सुविधाएं होंगी और बजट में एक विशेष प्रावधान किया गया है।

Updated : 4 Feb 2022 9:12 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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