अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू ने तीसरी बार CM पद की ली शपथ, चौना मीन बने उप मुख्यमंत्री

अरुणाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सीएम पद की शपथ ली। उनके साथ चौना मीन ने भी उप मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ ली। इसके अलावा खांडू के 11 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल केटी परनाइक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित अन्य बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। पेमा खांडू 2016 से अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।
एक दिन पहले चुना गया था विधायक दल का नेता
60 सदस्यीय विधानसभा वाले अरूणाचल प्रदेश में बीजेपी ने 46 सीटें जीती, जबकि एनपीपी ने 5, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने तीन, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) ने दो सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, कांग्रेस ने एक सीट तो तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। केंद्र में सरकार बनाने के बाद बुधवार को बीजेपी के केंद्रीय प्रर्यवेक्षक रविशंकर प्रसाद और तरुण चुघ ईटानगर पहुंचे, जहां विधायक दल की बैठक में पेमा को विधायक दल का नेता चुना गया।
देश सबसे युवा मुख्यमंत्री रहे हैं पेमा खांडू
पेमा खांडू के नाम भारत का सबसे युवा मुख्यमंत्री होने का भी रिकॉर्ड है। उन्होंने मात्र 37 साल की उम्र में मुख्यमंत्री के पद में आसीन हुए थे। उनसे पहले उत्तर प्रदेश के अखिलेश यादव के 38 साल में सीएम बने थे। पेमा खांडू अभी लगभग 45 साल के हैं।
ऐसा रहा पेमा खांडू का राजनीतिक सफर
पेमा खांडू का जन्म 21 अगस्त, 1979 को तवांग में हुआ था। तवांग चीन की सीमा से सटा हुआ जिला है। पेमा खांडू मोनपा जनजाति से आते हैं। पेमा के पिता दोरजी खांडू भी अरूणाचल के मुख्यमंत्री रहे हैं। 2005 में पेमा खांडू प्रदेश कांग्रेस महासचिव की जिम्मेदारी संभाली। 2011 में मुक्तो से निर्विरोध विधायक चुने गए और तुकी सरकार में मंत्री बने। 17 जुलाई 2016 को पहली बार कांग्रेस की ओर से वो मुख्यमंत्री बने। लेकिन महज दो महीने के अंदर 16 सितंबर 2016 को अपने 43 विधायकों के साथ कांग्रेस से बगावत कर पीपुल्स पार्टी ऑफ(PPP) में शामिल हो गए। और फिर कुछ समय बाद उन्होंने पीपीपी को छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली।
