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2 रूपए प्रति किलोमीटर खर्च पर चलने वाली हाईड्रोजन कार आई सामने, नितिन गडकरी पहुंचे संसद

2 रूपए प्रति किलोमीटर खर्च पर चलने वाली हाईड्रोजन कार आई सामने, नितिन गडकरी पहुंचे संसद
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नईदिल्ली। देश में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने लोगों के कार चलाने के स्वप्न को नाममुमक़िन बना दिया है। अधिकांश ईधन के अन्य विकल्प सीएनजी और ईवी जैसे विकल्पों की ओर रुख कर रहे है। ऐसे में 2 रूपए प्रतिकिलोमीटर के खर्चे पर चलने वाली हाइड्रोजन कार सामने आ गई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बुधवार को इस हाइड्रोजन से चलने वाली कार से संसद भवन पहुंचे। उन्होंने सुबह 10 बजे संसद भवन में गेट नं 4 से प्रवेश किया।


इस अवसर पर नितिन गडकरी ने कहा पेट्रोल-डीज़ल और गैस की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, हम इन्हें आयात करते हैं और पेट्रोल-डीज़ल से प्रदूषण भी बहुत होता है। प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमें तेल में भी आत्मनिर्भर होना होगा। ये गाड़ी जल्दी ही भारत में आएगी, देश में एक बड़ी क्रांति होगी। आयात कम होगा और हमारा आत्मनिर्भर भारत का सपना निश्चित रूप से साकार होगा।


एक बार में 646 किमी -

इस कार को बनाने वाली कंपनी का दावा है कि इस कार में सिर्फ पांच मिनट में ईंधन भरा जा सकता है। एक बार इस कार का टैंक फुल करने पर यह 646 किमी तक की दूरी तय कर सकती है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी ने यह अध्ययन करने के लिए इसको एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया है। अब ये देखना है कि टोयोटा मिराई भारतीय सड़कों और जलवायु परिस्थितियों के लिए कितनी उपयुक्त है।


आकर्षण का केंद्र बनी -

टोयटा कंपनी के पायलट प्रोजेक्ट के तहत बनी इस एडवांस कार से गडकरी के संसद में पहुंचने के बाद यह लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बन गई है। इस कार का नाम मिराई है, जिसका हिंदी में अर्थ होता है भविष्य। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए गडकरी ने कहा कि 'आत्मानिर्भर' बनने के लिए हमने ग्रीन हाइड्रोजन कार को पेश किया है, जो हाइड्रोजन के मिश्रण से पैदा बिजली से चलती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने 3 हजार करोड़ रुपये से इस अभियान को शुरू किया है।


कम प्रदूषण -

इस अवसर पर गडकरी ने कहा कि पेट्रोल-डीज़ल और गैस की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, हम इन्हें आयात करते है। पेट्रोल-डीज़ल से प्रदूषण भी बहुत होता है। उन्होंने इस मौके पर कहा कि यह ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाली कार का पायलट प्रोजेक्ट है। अब देश में ग्रीन हाइड्रोजन का निर्माण शुरू होगा, जिससे आयात पर अंकुश लगेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि हम जल्द ही हाइड्रोजन का निर्यात करने वाला देश बन जाएंगे। जहां भी कोयले का इस्तेमाल होगा वहां ग्रीन हाइड्रोजन का इस्तेमाल किया जाएगा।

आत्मनिर्भर भारत -

गडकरी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमें तेल में भी आत्मनिर्भर होना होगा। ये गाड़ी जल्दी ही भारत में आएगी, जिससे देश में एक बड़ी क्रांति होगी। इससे आयात कम होगा और हमारा आत्मनिर्भर भारत का सपना निश्चित रूप से साकार होगा।

Updated : 2 April 2022 8:25 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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