इस्लामिक संगठन पर NIA की बड़ी कार्रवाई, आठ राज्यों में छापेमारी, 150 से अधिक PFI सदस्य गिरफ्तार

नईदिल्ली ।पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ एक तरफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और ईडी की कार्रवाई जारी है।मप्र , उप्र,असम, गुजरात, महाराष्ट्र समेत 8 राज्यों में आज छापे मारी की कार्यवाही जारी है। मध्यप्रदेश एंटी टेररिज्म स्क्वायड (एटीएस) भी एनआईए के साथ पूरे तालमेल से काम कर रही है। पीएफआई के पकड़े गए कार्यकर्ताओं से मिले इनपुट के आधार पर एटीएस ने सोमवार रात प्रदेश के 8 जिलों में छापे मारकर 22 संदिग्धों लोगों को हिरासत में लिया है। एटीएस की कार्रवाई अभी भी जारी है।
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश एटीएस ने सोमवार रात भोपाल, उज्जैन, इंदौर समेत आठ जिलों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की है। जांच एजेंसी ने 22 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। एटीएस को इन संदिग्धों की जानकारी पूर्व में पकड़े गए चार आरोपितों से पूछताछ में मिली थी। एंटी टेररिज्म स्क्वायड की कार्रवाई अभी भी जारी है। उज्जैन से इस दौरान पीएफआई के तीन गुर्गों को उठाए जाने की खबर है।
महाराष्ट्र में कार्रवाई -
महाराष्ट्र के कई जिलों में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के ठिकानों पर छापेमारी कर संगठन से जुड़े तकरीबन 25 कार्यकर्ताओं को संदिग्ध गतिविधियों के आरोप में हिरासत में लिया है। यह छापेमारी मंगलवार तड़के औरंगाबाद, ठाणे, सोलापुर, नांदेड़, सोलापुर, जालना और परभणी जिलों में की गई। एनआईए ने अपनी कार्रवाई अत्यंत गोपनीय रखी और अभी तक छापेमारी की कार्रवाई जारी है।जानकारी के मुताबिक एनआईए ने ठाणे जिले के मुंब्रा, भिवंडी और कल्याण में आज तड़के एकसाथ छापेमारी की। एनआईए की टीम ने मुंब्रा से दाऊद सिराज अहमद शेख और अब्दुल मतीन शेखानी, कल्याण से फदीन पाइकर, भिवंडी से आशिक अंसारी को हिरासत में लिया है। पीएफआई से इन सभी के संबंधों और संदिग्ध गतिविधियो में इनकी संलिप्तता को लेकर छानबीन की जा रही है।इसी तरह एनआईए ने सोलापुर से पीएफआई के एक कार्यकर्ता सहित दो लोगों को संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में हिरासत में लिया है।
जबकि औरंगाबाद शहर से 14 संदिग्ध कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। नांदेड़ में एनआईए और आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने एक भगोड़े संदिग्ध आरोपित व पीएफआई कार्यकर्ता मोहम्मद अबेद अली महबूब अली को देगलुर नाका इलाके से हिरासत में लिया है। यहां से एनआईए पहले ही पीएफआई के चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
उप्र में सफाया -
एनआईए के साथ यूपी एटीएस के अलावा स्थानीय पुलिस उत्तर प्रदेश में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े लोगों पर शिकंजा कस रही है। इसी क्रम में मंगलवार को भी यूपी एटीएस ने स्थानीय पुलिस के साथ प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी की है।पीएफआई के खिलाफ देश के सात से अधिक राज्यों में जांच एजेंसी ने स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की है। इसी कड़ी में यूपी एसटीएफ के साथ यूपी एटीएस ने सयुंक्त अभियान चलाकर कई जिलों में छापेमारी करते हुए संदिग्धों को उठाया है।
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि कितने लोग हिरासत में लिए गए हैं। लेकिन सूत्रों से यह जानकारी मिल रही है कि राज्य भर में छापेमारी में कई पीएफआई नेताओं या उनसे जुडे़ लोगों को हिरासत में लिया है। इसमें लखनऊ से सात और बुलंदहशहर के दो सदस्य भी शामिल होने की बात सामने आ रही है। सूत्रों की मानें तो इन लोगों के पास से मिले मोबाइल और दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है। इनसे पूछताछ भी की जा रही है। कार्रवाई को लेकर अभी तक किसी का अधिकारिक बयान नहीं आया है।
इस मामले में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का बयान आया है। उन्होंने कहा कि यूपी में सक्रिय पीएफआई के नेटवर्क को पूरी तरह से धवस्त किया जा रहा है। किसी भी स्थिति में हम प्रदेश में गैर कानूनी गतिविधियों को अनुमति नहीं देंगे। पूरे प्रदेश में सतर्कता बढ़ा दी गई है। लोग सर्विलांस पर हैं।उल्लेखनीय है कि टेरर फंडिंग पर शिकंजा कसने के लिए एनआईए ने देश भर में छापेमारी की थी। इस कार्रवाई में देश के कई राज्यों से 106 से अधिक पीएफआई के सदस्यों को हिरासत में लिया गया था।
